मिर्जापुर: टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शासन स्तर से चलाए जा रहे सौ दिवसीय सघन टीबी अभियान के तहत आज 31 जनवरी 2025 को जनपद मिर्जापुर के लोहंदी कला क्षेत्र के बसंत बहार मैरिज लान में इटरनल ग्रेस ट्रस्ट सोसायटी द्वारा एक सराहनीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान 75 टीबी मरीजों को नि:क्षय पोषण पोटली भेंट की गई और उनका पूरे इलाज अवधि तक गोद लेने का वादा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. विश्राम, अपर आयुक्त प्रशासन, विंध्याचल मंडल मिर्जापुर उपस्थित रहे। उन्होंने ट्रस्ट के कार्यों की सराहना करते हुए टीबी मरीजों के मनोबल को बढ़ाया और उन्हें आश्वस्त किया कि सही इलाज के साथ वे शीघ्र स्वस्थ हो जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार टीबी प्रभावित व्यक्तियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं और जांच सुविधाएं उपलब्ध करवा रही है, जिससे मरीज जल्दी ठीक हो सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि डॉ. वी के चौधरी, एसीएमओ ने बताया कि सरकारी स्तर पर दी जाने वाली टीबी दवाएं बेहद प्रभावी और नि:शुल्क हैं, जो सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं।
कार्यक्रम के दौरान, क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर, सतीश शंकर यादव ने टीबी के लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि 1 नवंबर 2024 से शासन द्वारा टीबी मरीजों को इलाज अवधि तक हर माह 1000 रुपये की सहायता दी जा रही है।
सतीश यादव ने सभी से आह्वान किया कि वे टीबी के प्रति जागरूकता फैलाने में मदद करें और मरीजों को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों तक भेजें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हम सभी मिलकर इस प्रयास में योगदान दें, तो भारत 2025 तक टीबी मुक्त देश बन सकता है।
इस कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ. राज किशोर अहिरवार, क्षय विभाग के अन्य सदस्य, और इटरनल ग्रेस ट्रस्ट के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।