फरीदाबाद स्मार्ट सिटी के कई अफसरों पर चार्जशीट करने के आदेश, जानें हरियाणा अर्बन लोकल बॉडी के लेटर में और क्या

फरीदाबाद में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से जुड़े कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। हरियाणा अर्बन लोकल बॉडी ने फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड के CEO को एक लेटर लिखा है। लेटर में कहा गया है कि स्मार्ट सिटी से जुड़े टेक्निकल अफसरों ने कुछ प्रॉजेक्ट को गलत तरीके से एक्सटेंशन दिया।

फरीदाबाद : स्मार्ट सिटी लिमिटेड फरीदाबाद की तकनीकी टीम के बड़े अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि इन पर सख्त कार्रवाई हो सकती है। दरअसल, हरियाणा स्टेट अर्बन लोकल बॉडी ने इसके सीईओ को बाकायदा पत्र लिखकर कहा है कि स्मार्ट सिटी के तकनीकी विंग में काम करने वाले अधिकारियों ने मीटिंग में कई प्रॉजेक्ट की डेड लाइन अपने मर्जी से बढ़ा दी। इसके लिए लेकर डायरेक्टर से इजाजत भी नहीं ली गई। 18 जून को हुई बोर्ड बैठक में भी इन अधिकारियों ने गुमराह करते हुए गलत जवाब दिया। इसलिए इन सभी अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट किया जाए। इसके बाद स्मार्ट सिटी के सीईओ पार्थ गुप्ता ने नोटिस जारी कर इन सभी अधिकारियों से जवाब मांगा है। इन अधिकारियों में जीएम, डीजीएम, ईएक्सईएन के अलावा पीएमसी (प्रॉजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी) के टीम लीडर भी शामिल हैं।

धीमी गति से चल रहे हैं कई काम
फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड शहर में आज भी 12 से ज्यादा काम चल रहे हैं। कुछ काम तो ऐसे हैं जो दो से तीन साल से चल रहे हैं, लेकिन अभी हाल-फिलहाल में इनके पूरा होने की उम्मीद बेहद कम है। इनमें सबसे बड़ा प्रॉजेक्ट बड़खल झील है, जो 6 साल से चल रहा है। आज तक यह पूरा नहीं हो सका है। हालांकि बड़खल विधायक और कैबिनेट मंत्री सीमा त्रिखा और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर कह चुके हैं कि पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर बड़खल झील को शुरू कर दिया जाएगा। इसी तरह से बराही तालाब को बनाया जा रहा है। कई मिनी एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) भी बन रहे हैं। बड़खल झील के प्रॉजेक्ट की डेड लाइन कई बार बढ़ाई जा चुकी है। कुछ काम ऐसे हैं, जिनकी डेट लाइन पूरी हो चुकी है।

प्रॉजेक्ट एक्सटेंशन के लिए नहीं डॉयरेक्टर से इजाजत ही नहीं ली
हरियाणा अर्बन लोकल बॉडी ने फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ को पत्र लिखे पत्र में कहा कि 18 जून को बोर्ड की बैठक हुई थी। इसमें तकनीकी अधिकारियों ने कुछ प्रॉजेक्ट के एक्सटेंशन की गलत रिपोर्ट पेश की है। सूत्रों की मानें तो एक ही प्रॉजेक्ट के काम की अवधि खत्म होने को अपने आप ही बढ़ा दिया गया। इसके लिए कायदे से डॉयरेक्टर से इजाजत लेनी होती, तभी अधिकारी प्रॉजेक्ट की कार्य-अवधि को बढ़ाया जा सकता है लेकिन फरीदाबाद में स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने मिलीभगत करके बढ़ा दिया है। इसलिए इन सभी अधिकारियों को चार्ज शीट करने के आदेश दिए गए हैं। इन अधिकारियों में जीएम रमेश बागड़ी समेत डीजीएम अरविंद शेखावत, ईएक्सईएन जीपी वधवा, पीएमसी टीम लीडर शामिल हैं।
जवाब-तलब
स्मार्ट सिटी सीईओ ऑफिस के एक अधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि तकनीकी विंग से जुड़े सभी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर इस मामले में जवाब मांगा गया है। अमूमन सभी अधिकारियों के जवाब आ चुके हैं। इन जवाब के आधार पर ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

ठेकेदारों को पेमेंट नहीं!
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के कई प्रॉजेक्ट समय पर पूरे नहीं हुए। इसके बाद उस काम की समय अवधि अगर बढ़ानी है तो हाई अथॉरिटी से इसकी इजाजत लेनी होती है, लेकिन फरीदाबाद में कार्यरत अधिकारियों ने मंजूरी लिए बना ही कार्य अवधि बढ़ा दी है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कई बार ठेकेदार को पेमेंट नहीं मिलती है, जिस वजह से वह बीच में काम रोक देता है। ऐसे में प्रॉजेक्ट लेट हो जाता है। फिलहाल इस मामले में अधिकारियों के जवाब के बाद जांच होगी और कारणों का पता लगाया जाएगा कि उन्होंने अपने आप कार्य अवधि क्यों बढ़ाई?

 

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