सिकंदराबाद – क्षेत्र के गाँव भराना स्थित नर्मदेश्वर आश्रम पर चल रही श्रीमद भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर आचार्य राकेश कृष्ण शास्त्री ने बोलते हुए कहा कि भगवान भोलेनाथ का एक नाम नर्मदेश्वर भगवान भी है। जिस पर नर्मदेश्वर भगवान की कृपा हो जाती है उनका जीवन धन्य ही जाता है।
उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के खडग का नाम नंदक, गदा का नाम कोमोदकी, और शंख का नाम पांचजन्य था जो गुलाबी रंग का था। उन्होंने भागवत कथा के दौरान भगवान श्री कृष्ण की महिमा का वर्णन करते हुए श्रोताओं को उनके बारे में विस्तार से बताया। जिसको सुनकर सभी श्रोता ओतप्रोत हो गये। इस मोके पर श्री श्री 1008 सीता सरण महाराज, आचार्य पंडित आशीष उपाध्याय बसिष्ठ, क़ासी से आये दंडी स्वामी उपेन्द्नंद महाराज, श्री राज राजेश्वरानंद महाराज, प्रबुद्ध आश्रर्म, मोहन कथा में परीक्षित बने। यजमान सह परिवार कथा में उपस्थित रहे।