रामराज। नवरात्र की दुर्गा अष्टमी पर श्रद्धालुओं ने विधिवत कंजक पूजन कर आशीर्वाद लिया व हलवा-पूरी का भोग लगाया।
क्षेत्र में दुर्गा अष्टमी पर श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद सर्वप्रथम सुबह अपने घरों व मंदिरों में जाकर विधिवत माँ दुर्गा की अराधना की। इसके बाद कंजकों को आमंत्रित कर सभी कंजकों के जल से पैर धोकर उनके माथे पर तिलक किया। बाद में सभी कंजकों को हलवा, पूरी का भोजन करवा कर उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद सभी कंजकों को उपहार दिया गया इसके बाद आठवें नवरात्र पर पूजन के बाद व्रत रखने वाले श्रद्धालु़ओं ने आज अपना व्रत खोल लिया। मान्यता है कि नवरात्र में पूजा अर्चना करने से मां सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करती है। प्राचीन काल से मान्यता चली आ रही है कि जो साधक नवरात्र का व्रत कर अष्टमी के दिन कन्याओं की पूजा कर उन्हें श्रद्धापूर्वक भोजन करवाते हैं, उन पर मां भगवती अपना आशीर्वाद रखती है। वही दुर्गाष्ठमी पर लोगों को अपने घरों में कंजकें जिमाने के लिए काफी मशक्कत भी करनी पड़ी। सभी एक-दूसरी गली- मोहल्लों में जाकर कंजकों को ढूंढ रहे थे।मां दुर्गा के पावन चरणों में पूजा अर्चना करने वाले साधकों को कन्या पूजन के लिए कन्याओं को ढूंढने में भारी मशक्कतों का सामना करना पड़ा।