पटना : भारत की सबसे बड़ी एकीकृत विद्युत कंपनी एनटीपीसी ने अपनी स्थापना के स्वर्ण जयंती वर्षगांठ के उपलक्ष्य में इलेक्ट्रॉन क्विज़ 2025 का आयोजन करने की घोषणा की है। यह प्रतियोगिता 1 फरवरी से 28 फरवरी 2025 तक देशभर के 9 क्षेत्रीय केंद्रों पर आयोजित की जा रही है, जिसमें पटना भी शामिल है। इस क्विज़ का मुख्य उद्देश्य नवोदित प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना और युवा मस्तिष्क को तेज धार देना है।
पटना में भव्य आयोजन की तैयारियां
एनटीपीसी के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन ने बताया कि एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र -1 मुख्यालय द्वारा पटना क्षेत्रीय चरण का आयोजन 18 फरवरी 2025 को शास्त्री नगर स्थित ऊर्जा ऑडिटोरियम में किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में क्षेत्र के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट संस्थानों की 125 से अधिक टीमें भाग लेंगी।
पुरस्कार और सम्मान
क्विज़ के विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार दिए जाएंगे। प्रथम स्थान प्राप्त टीम को 30 हजार, द्वितीय स्थान को 20 हजार और तृतीय स्थान को 10 हजार का पुरस्कार मिलेगा। चौथे से छठे स्थान पर आने वाली टीमों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 4-4 हजार दिए जाएंगे। इसके साथ ही, सभी प्रतिभागियों को आकर्षक टी-शर्ट और प्रतिभागिता प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे।
नेशनल सेमी-फाइनल और फाइनल की ओर मार्ग
प्रतियोगिता के प्रत्येक क्षेत्रीय चरण से शीर्ष दो टीमें नेशनल सेमी-फाइनल में पहुंचेंगी, जहां वे देशभर की श्रेष्ठतम प्रतिभाओं के बीच राष्ट्रीय फाइनल में स्थान बनाने के लिए मुकाबला करेंगी।
एनटीपीसी की 50वीं वर्षगांठ और युवाओं को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता
2004 से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली इलेक्ट्रॉन क्विज़ इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के छात्रों के लिए एक प्रतिष्ठित मंच बन चुकी है। यह प्रतियोगिता छात्रों में तार्किक सोच, शैक्षणिक उत्कृष्टता और समस्या-समाधान कौशल को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। एनटीपीसी अपनी स्थापना के 50वीं वर्षगांठ मना रहा है, और इस वर्ष की क्विज़ प्रतियोगिता कंपनी की सतत उत्कृष्टता, नवाचार और युवा पीढ़ी को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
एनटीपीसी की उपलब्धियां और सामाजिक दायित्व
एनटीपीसी लिमिटेड के पूर्वी क्षेत्र – 1 मुख्यालय, पटना के तहत बिजली परियोजनाओं ने क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक सुदीप नाग के नेतृत्व में बिजली उत्पादन में रिकॉर्ड कायम किया है। साथ ही, सामाजिक निगमित दायित्व के तहत विकास कार्यों के जरिए प्रगति के नए आयाम स्थापित किए गए हैं।