फरीदाबाद के पशु पालकों के लिए जरूरी खबर है। दूध निकालकर पशुओं को बेसहारा की तरह सड़क पर छोड़ना अब महंगा पड़ सकता है। सीएम नायब सिंह सैनी के आदेश पर नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी ने इस संबंध में एक पत्र जारी किया है। बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए पांच टीम बनाई गई है। जो भी पशु छुड़ाने आएगा जुर्माने के साथ उस पर मुकदमा भी चलाया जाएगा।
फरीदाबाद। दूध निकालकर सड़क पर अपने पशुओं को बेसहारा छोड़ने वाले मालिकों को अब नगर निगम केवल जुर्माने लेकर नहीं छोड़ेगा। बल्कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) के आदेश पर नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी ने इस बाबत पत्र जारी कर दिया है।
वहीं सड़क पर घूमने वाले इन बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए पांच टीम भी बनाई गई है। जो अलग-अलग जोन में जाकर बेसहारा पशुओं को पकड़ने का काम करेगी। जो भी मालिक अपने पशुओं को निगम से छुडाने के लिए आएगा। उससे ना केवल पांच हजार रुपये तक जुर्माना वसूला जाएगा। बल्कि उस पर मुकदमा भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने हाल में ही प्रदेश भर के निगम आयुक्तों की बैठक ली थी। जिसमें स्वच्छता, स्ट्रीट लाइट और सड़क से बेसहारा पशुओं को हटाने को लेकर आदेश जारी किए गए थे। इसमें सीएम ने कहा कि बेहसहारा पशुओं को सड़क पर छोड़ने वाले उनके मालिकों पर नगर निगम की ओर से ठोस कार्रवाई की जाएगी।
दूध निकालकर सड़क पर छोड़ दिए जाते हैं पशु
डेयरी का काम करने वाले लोग अपने पशुओं का दूध निकालकर उनको बाहर छोड़ देते हैं। सड़क पर घूमने वाले पशुओं में वह भी शामिल होते है जो दूध देना बंद कर देते हैं। ऐसे में इन पशुओं को भी सड़क पर छोड़ दिया जाता है। यह पशु न सिर्फ सड़क पर फैले हुए कचरे में मुंह मारकर गंदगी फैलाते हैं, बल्कि दूसरों के लिए हादसे का सबब बन जाते हैं।