अब दिल्ली-नोएडा जाना होगा आसान, कालिंदी कुंज जाने वाली सड़क अब चार लेन की होगी; तैयार होगा डीपीआर

डीपीआर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग तैयार कराएगा। फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने इसके लिए एक करोड़ रुपये सिंचाई विभाग को सौंप दिए हैं। अब विभाग केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान से डीपीआर तैयार कराएगा। डीपीआर से पहले पता किया जाएगा कि इस सड़क पर कितना यातायात है। मिट्टी परीक्षण भी किया जाएगा। कितनी मोटाई करने पर सड़क वाहनों का दबाव झेल लेगी।

फरीदाबाद। आगरा नहर किनारे कालिंदीकुंज को जाने वाली सड़क चार लेन बनेगी। इसकी डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। डीपीआर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग तैयार कराएगा। यह सड़क चार लेन बनने से आवागमन सुगम होगा।

फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने इसके लिए एक करोड़ रुपये सिंचाई विभाग को सौंप दिए हैं। अब विभाग केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान से डीपीआर तैयार कराएगा। डीपीआर से पहले पता किया जाएगा कि इस सड़क पर कितना यातायात है। मिट्टी परीक्षण भी किया जाएगा। कितनी मोटाई करने पर सड़क वाहनों का दबाव झेल लेगी।

मुख्यमंत्री दे चुके हैं अपनी स्वीकृति
बता दें सितंबर 2023 में हुई प्राधिकरण की बैठक में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस योजना को स्वीकृति दी थी। सड़क पर मालिकाना हक उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग का है, इसलिए वही सड़क निर्माण करेगा। सड़क चार लेन बनने के बाद फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा, नोएडा और दक्षिणी दिल्ली जाना-आना बेहद आसान हो जाएगा।

20 किलोमीटर चार लेन होगी सड़क
कालिंदीकुंज से लेकर पल्ला पुल तक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे बन रहा है। इसलिए यहां छह लेन सड़क बनेगी। पल्ला पुल से आइएमटी चौक तक करीब 20 किलोमीटर सड़क को चार लेन बनाया जाएगा। इसके लिए 285 करोड़ का बजट तय किया गया है। इस सड़क के बीच में जगह-जगह छह पुल भी बनेंगे। यह सड़क नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए जाने वाले हाईवे से जुड़ जाएगी। इसलिए सड़क चार लेन बनने के बाद हजारों वाहन चालकों को बड़ी राहत मिलेगी। फिलहाल सड़क दो लेन है।

50 हजार वाहन चालक करते हैं आवागमन
आगरा नहर किनारे बनी इस सड़क का प्रयोग रोज 50 हजार से अधिक वाहन चालक करते हैं। इनमें दक्षिणी दिल्ली व ग्रेटर नोएडा में नौकरी या अन्य काम की वजह से आने-जाने वाले हैं। इसके अलावा ग्रेटर फरीदाबाद में बन रहे फ्लैटों में रहने वाले हजारों लोगों व आसपास के गांव के लोगों का भी यह मुख्य रास्ता है। आइएमटी में विकसित हो रहे औद्याेगिक शहर को, यहां से उद्योगपति व कामगार का दिल्ली व नोएडा जाना बेहद सुगम हो जाएगा। आगरा नहर किनारे इस सड़क पर अंधेरा भी रहता है। इसलिए इस सड़क को चार लेन बनाने की मांग लगातार हो रही है। सड़क चौड़ी होने से वाहन चालकों का आवागमन सुगम व सुरक्षित होगा।

 

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