संस्कृत के बिना कुछ भी संभव नहीं: आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा आयोजित संस्कृत गीत, संस्कृत वाचन, और संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन गाजियाबाद में किया गया। इस अवसर पर आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री ने संस्कृत की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि संस्कृत विश्व की एकमात्र ऐसी भाषा है, जो साहित्य से लेकर विज्ञान तक हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने कहा, “चाहे कंप्यूटर प्रोग्रामिंग हो या गणित के गूढ़ शोध, संस्कृत के बिना कुछ भी संभव नहीं है।”

गाजियाबाद जनपद के 35 विद्यालयों के 250 विद्यार्थियों ने कैमकुस कॉलेज ऑफ लॉ में आयोजित इस प्रतियोगिता में भाग लिया। प्रतियोगिता का शुभारंभ आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री, मुख्य अतिथि बी. एल. बत्रा और विशिष्ट अतिथि संस्कृत भारती के दिल्ली प्रांत के संगठन मंत्री विवेक कौशिक ने दीप प्रज्वलित करके किया।

प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों में संस्कृत गीत प्रतियोगिता के बाल वर्ग में अंकित रावत ने प्रथम, तूलिका ने द्वितीय और प्रिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। संस्कृत वाचन प्रतियोगिता में देवांशी त्रिपाठी प्रथम, संस्कृति जोशी द्वितीय और वैदेही पाल तृतीय स्थान पर रहीं। संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में मृणालिनी शर्मा ने प्रथम, दीप्ति यादव ने द्वितीय और ईशान गर्ग ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

कैमकुस कॉलेज ऑफ लॉ के निदेशक करूणाकर शुक्ल ने सभी प्रतियोगी विद्यालयों का आभार व्यक्त किया और विद्यार्थियों को उनके प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर डॉ. सीमा सिंह, डॉ. जयप्रकाश मिश्र, नीतू मनकोटिया, नीलिमा, ऊषा त्यागी, इंदू शर्मा, अरुण मौर्य, अभय श्रीवास्तव, निवेदिता शर्मा आदि गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे। प्रतियोगिता के संयोजक दीपक मिश्र रहे और मंच संचालन कंचन ने किया।

Leave A Reply

Your email address will not be published.