नोएडा आंदोलन: पुलिस ने भाकियू पदाधिकारियों को नजरबंद किया, हसीब अहमद ने पुलिस को चकमा देकर किया आंदोलन में भागीदारी
नोएडा: यूपी पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कई प्रमुख पदाधिकारियों को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया और उनकी पूरी दिन घेराबंदी की। लेकिन प्रदेश महासचिव हसीब अहमद पुलिस को चकमा देकर नोएडा आंदोलन में पहुंच गए, जबकि पुलिस उनके घर के बाहर डटी रही।
भाकियू के प्रदेश प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को नोएडा आंदोलन में शामिल होने के लिए मुरादाबाद और अन्य मंडल के किसानों को कॉल की थी। उनकी कॉल पर किसान नेता और कार्यकर्ता नोएडा पहुंचने की तैयारी में जुट गए। इसके बाद पुलिस ने भाकियू के पदाधिकारियों को उनके घरों पर ही नजरबंद कर दिया। प्रदेश महासचिव हसीब अहमद के घर पर भी पुलिस ने पहरा लगा दिया था, लेकिन हसीब अहमद ने पुलिस को चकमा देकर अपने घर के छत के रास्ते और तंग गलियों से होते हुए जजेज रोड पर पहुंचे। वहां पहले से खड़ी भाजपा का झंडा और स्कूटर लगी कार में बैठकर वह नोएडा पहुंचे। उनके साथ अन्य नेता जैसे फैसल तुर्की, नल सिंह, नूर आलम, नरोत्तम, हरीराम और राहुल भी थे।
हसीब अहमद ने कहा कि प्रदेश सरकार ने नोएडा आंदोलन को दबाने के लिए भाकियू के पदाधिकारियों को उनके घरों में नजरबंद कर दिया था, लेकिन किसान अपनी आवाज को दबने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार किसान आंदोलनों को कुचलने की कोशिश कर रही है, लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर और अधिक मजबूती से खड़े रहेंगे।