निर्वाण फाउंडेशन ने सड़क निर्माण कार्य को पुनः शुरू कराया: संघर्ष के बाद मिली सफलता
सड़क निर्माण कार्य में रुकावट का कारण और निर्वाण फाउंडेशन का संघर्ष
मोदीनगर: प्रसिद्ध सामाजिक संस्था निर्वाण फाउंडेशन के संस्थापक ईश्वर चंद्र ने हाल ही में जानकारी दी कि मोदीनगर की संजीवनी एस्टेट कॉलोनी सिकरी खुर्द में सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया गया था। इस निर्माण कार्य में रुकावट का कारण नाली निर्माण के दौरान राम नाम लिखी ईंटों का इस्तेमाल था, जिसे कॉलोनी के कुछ लोगों ने विरोध किया। यह विरोध इतना बढ़ गया कि ठेकेदार ने कॉलोनी में अपने भेजे गए लोगों से यह कहलवाया कि जब तक कॉलोनी के लोग निर्वाण फाउंडेशन पर शिकायत वापस लेने का दबाव नहीं बनाएंगे, तब तक सड़क निर्माण कार्य को शुरू नहीं किया जाएगा।
निर्वाण फाउंडेशन ने अपनी स्थिति स्पष्ट की
ईश्वर चंद्र ने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए निर्वाण फाउंडेशन ने संजीवनी एस्टेट कॉलोनी के निवासियों को आश्वस्त किया कि संस्था उनके साथ खड़ी है और इस विवाद का समाधान किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि निर्वाण फाउंडेशन केवल संजीवनी एस्टेट कॉलोनी के लोगों के लिए नहीं, बल्कि पूरे मोदीनगर के लोगों के लिए काम करता है। अगर मोदीनगर में कहीं भी कोई गलत कार्य हो रहा है, तो निर्वाण फाउंडेशन उसका विरोध करेगा। संस्था के इस निर्णय ने कॉलोनी वासियों का विश्वास जीता और उन्हें यह भरोसा दिलाया कि सड़क निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा और वह गुणवत्ता से भरपूर होगा।
प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग और समाधान की दिशा में कदम
निर्वाण फाउंडेशन ने यह सुनिश्चित किया कि प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा लीपा पोती और भ्रमित करने वाली कार्रवाई पर गंभीर कदम उठाए जाएं। संस्था के संस्थापक ईश्वर चंद्र ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों, कानूगो और पटवारी को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन सही तरीके से कार्य नहीं करेगा तो फाउंडेशन इसका विरोध करेगा और गलत कार्यों के खिलाफ आवाज उठाएगा। इस मांग के बाद प्रशासन ने तेजी से कदम उठाए और दो दिनों के अंदर ही संजीवनी एस्टेट कॉलोनी में सड़क निर्माण कार्य को लेकर मिट्टी भराव का कार्य शुरू कर दिया।
सड़क निर्माण कार्य का पुनः प्रारंभ और कॉलोनी वासियों की खुशी
निर्वाण फाउंडेशन के प्रयासों के बाद सड़क निर्माण कार्य का पुनः प्रारंभ हुआ, जिससे कॉलोनी वासियों में खुशी का माहौल बन गया। कॉलोनी वासियों का विश्वास अब निर्वाण फाउंडेशन पर और भी बढ़ चुका था। उन्होंने महसूस किया कि संस्था ने जो वादा किया था, वह उसे पूरा करने में सफल रही है। कॉलोनी के लोग अब यह समझने लगे थे कि निर्वाण फाउंडेशन उनके अधिकारों के लिए लड़ा है और भविष्य में भी ऐसा ही करेगा।
राम नाम की ईंटों का मुद्दा और संतुलित समाधान
निर्वाण फाउंडेशन ने यह भी सुनिश्चित किया कि नालियों से राम नाम की लिखी ईंटें निकाली जाएंगी, ताकि कॉलोनी वासियों के बीच किसी प्रकार की कोई धार्मिक या सामाजिक चिंता न हो। यह मुद्दा भी बहुत जल्द हल किया जाएगा, ऐसा विश्वास फाउंडेशन ने कॉलोनी के लोगों को दिलाया। साथ ही, कॉलोनी में एक मंदिर निर्माण की योजना भी बनाई गई है, जिससे वहां के लोग धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से जुड़ सकेंगे। ईश्वर चंद्र ने इस बात की पुष्टि की कि मंदिर निर्माण का कार्य बहुत जल्दी शुरू किया जाएगा, और निर्वाण फाउंडेशन इस कार्य में पूरी तरह से सफल होगा।
स्थानीय नागरिकों की जागरूकता और अधिकारों के प्रति सचेतता
निर्वाण फाउंडेशन के प्रयासों के कारण कॉलोनी वासियों में जागरूकता आई है। जो लोग पहले ठेकेदार और कॉलोनाइजर से डरते थे, अब वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो गए हैं। उन्हें अब यह समझ में आने लगा है कि यदि कोई गलत कार्य हो रहा है, तो उन्हें उसे रोकने के लिए आवाज उठानी चाहिए। यह बदलाव केवल संजीवनी एस्टेट कॉलोनी में ही नहीं, बल्कि पूरे मोदीनगर में देखा जा रहा है। लोग अब समझने लगे हैं कि अगर कुछ गलत हो रहा है तो वे निर्वाण फाउंडेशन की मदद से उसे सुधार सकते हैं।
निर्वाण फाउंडेशन की सफलता और भविष्य की योजनाएं
निर्वाण फाउंडेशन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि अगर संगठन और समाज के बीच एकता हो, तो किसी भी समस्या का समाधान संभव है। संस्था ने न केवल सड़क निर्माण कार्य को फिर से शुरू करने में सफलता प्राप्त की, बल्कि इस प्रक्रिया में कॉलोनी के लोगों का विश्वास भी जीता। इसके अलावा, संस्था ने स्थानीय प्रशासन पर दबाव डालकर यह सुनिश्चित किया कि भविष्य में ऐसी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द किया जाए।
निर्वाण फाउंडेशन का यह संघर्ष मोदीनगर के अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक प्रेरणा है। संस्था का उद्देश्य न केवल विकास कार्यों को गति देना है, बल्कि लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और किसी भी गलत कार्य का विरोध करना भी है। फाउंडेशन ने यह संदेश दिया है कि अगर समाज एकजुट हो तो किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।
निर्वाण फाउंडेशन ने मोदीनगर के संजीवनी एस्टेट कॉलोनी में जो कार्य किया, वह केवल सड़क निर्माण तक सीमित नहीं था, बल्कि इसने स्थानीय नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया। संस्था के संस्थापक ईश्वर चंद्र के नेतृत्व में किए गए इस संघर्ष ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर समाज में एकजुटता और दृढ़ नायकत्व हो, तो कोई भी समस्या हल हो सकती है। अब कॉलोनी वासियों का विश्वास निर्वाण फाउंडेशन पर और भी मजबूत हो चुका है, और वे यह उम्मीद कर रहे हैं कि संस्था उनके लिए भविष्य में और भी बेहतर कार्य करेगी।