मुंबई: नाना पाटेकर, जो अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं, अपने गुस्से के लिए भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में अपने गुस्से को लेकर खुलकर बात की और यह भी बताया कि अगर वह अभिनेता नहीं होते तो शायद अंडरवर्ल्ड में होते। इस इंटरव्यू में नाना ने अपनी जीवन यात्रा और अपने अतीत के बारे में भी विस्तार से बताया।
“मैं जिस तरह का इंसान था, अंडरवर्ल्ड में पहुंच गया होता”
नाना पाटेकर ने सिद्धार्थ कन्नन से बातचीत करते हुए कहा, “मैं जिस तरह का इंसान था और काफी हिंसक था, तो ऐसे में अंडरवर्ल्ड में पहुंच गया होता।” उन्होंने यह भी कहा, “मेरा पास्ट झगड़ों और लड़ाई से भरा रहा है, जिनमें से कई मुझे अब याद भी नहीं हैं।” यह बयान नाना ने तब दिया जब सिद्धार्थ ने उनसे यह सवाल पूछा कि वह एक्टर बनने से पहले क्या करते।
“मैं अब कम हिंसक हूं, लेकिन अगर कोई मुझे उकसाए तो…”
नाना ने कहा कि वह अब कम हिंसक हो गए हैं और ज्यादा बोलने के बजाय अपनी बात अपने काम से रखते हैं। उन्होंने आगे कहा, “लोग मुझसे डरते थे, मैं बहुत हिंसक था। मैं ज्यादा नहीं बोलता था, मैं अपनी हरकतों से बात करता था। अब मैं कम हिंसक हूं, लेकिन आज भी अगर कोई मुझे उकसाता है, तो मैं उसकी पिटाई कर देता हूं। अगर मैं अभिनेता नहीं बनता तो मैं अंडरवर्ल्ड में होता। मैं इस बात को लेकर बेहद गंभीर हूं।”
“कई लोगों से लड़ाई की है और बहुत से लोगों को मारा है”
नाना ने खुलासा किया कि उनके जीवन में कई ऐसी लड़ाइयां हुई हैं जिनमें उन्होंने कई लोगों को मारा है, और इनमें से कई लोगों के नाम उन्हें अब याद भी नहीं हैं। यह बयान नाना ने अपनी कठिनाइयों और आक्रामक स्वभाव को लेकर दिया।
संजय लीला भंसाली के साथ लड़ाई पर नाना का बयान
नाना पाटेकर ने अपनी फिल्म इंडस्ट्री में कई संघर्षों का सामना किया, जिनमें से एक फिल्मकार संजय लीला भंसाली के साथ उनकी लड़ाई भी शामिल रही। नाना ने बताया, “संजय लीला भंसाली के साथ काम करने की संभावना अभी भी है, लेकिन जिस तरह से मैंने उन्हें चिल्लाकर बोला, शायद उन्हें बुरा लगा। उसके बाद हम दोनों ने साथ काम नहीं किया।” नाना ने यह भी माना कि कभी-कभी वह बहुत कठोर शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, जो शायद भंसाली को दुखी कर गए थे।
इस इंटरव्यू में नाना ने यह स्वीकार किया कि वह अब अपनी पुरानी आदतों में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अपनी सख्त और आक्रामक शैली को पूरी तरह से छोड़ना उनके लिए आसान नहीं है।