वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत ने सोमवार को गाजीपुर में वीर अब्दुल हमीद के जीवन पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया। किताब डॉक्टर रामचंद्रन निवासन ने लिखा है। पुस्तक बातचीत के आधार पर लिखी गयी है। पुस्तक का शीर्षक ‘मेरे पापा परमवीर’ का विमोचन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया। इसे लेकर तैयारी पहले ही पूरी कर ली गयी थी। एक जुलाई को परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के गांव धामूपुर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत वाराणसी से होते हुए पुहंचे।
परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के जीवन पर आधारित ‘मेरे पापा परमवीर’ किताब का विमोचन वीर अब्दुल हमीद पार्क धामूपुर में किया गया।
लेखक ने कहा कि वह बचपन से ही उनकी शौर्यता के किस्से सुनते आए हैं। हालांकि आज के युवा फिल्मी सितारों का अनुकरण करना चाह रहे हैं। लेकिन वीर अब्दुल हमीद जैसे लोग ही समाज के लिए नजीर हैं। उन्होंने बताया कि पुस्तक को फिलहाल अंग्रेजी भाषा में लिखा गया। इसका भारतीय भाषा में अनुवाद जल्दी उपलब्ध होगा। चूंकि पुस्तक के विमोचन की पहले से तारीख तय थी इसलिए अंग्रेजी वर्जन को अभी फिलहाल लांच किया गया है। पुस्तक का संक्षिप्त रूप भी तैयार किया जा रहा है। किताब के उस वर्जन को निशुल्क स्कूली बच्चों को उपलब्ध कराया जाएगा।
कार्यक्रम के समापन के बाद प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत धामूपुर से हथियाराम मठ भी गए। मठ पर पहुंचकर उन्हें संत भवानी नंदन यति महाराज से आशीर्वाद लिया। बताते चलें कि हर वर्ष 1 जुलाई को वीर अब्दुल हमीद की जन्म जयंती मनाई जाती है। उनका जन्म 1 जुलाई 1933 को धामूपुर गांव मे हुआ था। पिछले 3 वर्ष में तीन बार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का गाजीपुर आगमन हुआ है। अपने तीनों ही यात्रा में वह हथियाराम मठ भी गए थे।