राम जानकी पदयात्रा के दौरान शिप्रा का मुस्लिम समाज ने किया स्वागत
शिप्रा की पंचतत्व संस्था से सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समाज ने जुड़कर राम जानकी वाटिका बनाने का लिया निर्णय
अयोध्या से रामेश्वरम तक जाने वाली शिप्रा पाठक की राम जानकी वन गमन पद यात्रा का महाराष्ट्र के ताकेद पहुंचने पर मुस्लिम समाज ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान मुस्लिम समाज ने शिप्रा पाठक के पंचतत्व संगठन से सैकड़ों की संख्या में जुड़कर तुलसी का पौधा भेंट कर 5000 पीपल, बरगद, अशोक और आँवला जैसे औषधीय पौधे राम जानकी वन वाटिका में देने का संकल्प लिया।सभी सदस्यों ने शिप्रा पाठक की पहल का आभार जताते हुए कहा कि मुस्लिम समाज में रक्तदान की परंपरा नहीं है और जब मुस्लिम इलाज के दौरान रक्त की आवश्यकता होती है तब हिंदू भाई ही काम आते है। उन्होंने कहा शिप्रा बहन के नेक कार्य में तहेदिल से समर्थन कराएंगे। शिप्रा ने कहा माँ गोदावरी सबको समान रूप से बिना भेद भाव के अपना जल देती हैं अतः माँ गोदावरी के संरक्षण के लिए सब वर्ग,जाति और धर्म के लोगों को अब आगे आना चाहिए।
जंगल और पहाड़ बचाने की ज़िम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है। हर धर्म के व्यक्ति को प्रकृति के प्रति अपना दायित्व समझना चाहिए। शुद्ध वायु एवम् शुद्ध जल की आवश्यकता हर समाज को है। अतः पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अब सभी को प्रकृति के संरक्षण के लिए जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कहा पूरी पद यात्रा के दौरान प्रत्येक समाज का अभूतपूर्व सहयोग मिल रहा है। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा आज आपके द्वारा मिले हुए सांकेतिक तुलसी के पौधे से मेरे अंदर अपनी पद यात्रा को लेकर नवीन उत्साह का संचार हुआ है।इस पद यात्रा को आपके दिए हुए प्रेम से ही पंचतत्व संस्था की आगामी भविष्य में बनने वाली राम जानकी वाटिका की भव्यता पता चल रहीं हैं।इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉक्टर हफिज,डॉक्टर असिर,शेख फारूक, अतिया बेगम,रुखसाना खान,राजिया, अरहान,अहाद समेत सैकड़ों मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित रहे।