डिब्रूगढ़ जेल में बंद सांसद अमृतपाल के पिता ने की पत्रकार वार्ता, कहा- “अमृतपाल को फंसाने की कोशिश की जा रही”
डिब्रूगढ़।- डिब्रूगढ़ जेल में बंद सांसद अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने आज पत्रकार वार्ता आयोजित की, जिसमें उन्होंने पंजाब सरकार और राज्य एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और राज्य की एजेंसियों की ओर से सिख नौजवान गुरप्रीत सिंह के कत्ल की साजिश में अमृतपाल को फंसाने की कोशिश की जा रही है।
तरसेम सिंह ने कहा, “यह साजिश इसलिए की जा रही है ताकि अमृतपाल की रिहाई में रुकावटें पैदा की जा सकें। पंजाब सरकार ने हाई कोर्ट में अमृतपाल के केस की सुनवाई के दौरान उनकी रिहाई को पंजाब के मुख्यमंत्री की जान के लिए खतरा बताया था। कल पंजाब के डीजीपी ने पत्रकार वार्ता में शक की सुई अमृतपाल की ओर उठाई, जबकि इसके कोई ठोस सबूत नहीं हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “डीजीपी द्वारा लगाए गए आरोपों का स्पष्टिकरण देने के लिए आए हैं। जिनका कत्ल हुआ है, उसकी जांच सिटिंग जज से करवाई जाए। आसपास के लोगों की भी जांच होनी चाहिए। 1984 के दौर में जो हक की बात करता था, उस पर यह समय आता है। अमृतपाल ने जो लोकसभा सीट जीती है, वह सरकार को हजम नहीं हो रही है।”
सरकार की विफलता का आरोप
तरसेम सिंह ने कहा, “सिख समुदाय को विदेशों में बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। सरकार से अपील है कि लोगों ने अपनी हिफाजत के लिए आपको चुना था, न कि सरेआम कत्ल करने के लिए। गुरप्रीत का कत्ल होना सरकार की नाकामी है। डीजीपी अपनी जिम्मेदारियों से भागते नजर आ रहे हैं। अमृतपाल हाई सिक्योरिटी जेल में हैं, और सरकार अपनी जिम्मेदारी से भागती नजर आ रही है।”
उन्होंने कहा, “पंजाब के हालात खराब हैं। सरेआम फिरौती मांगी जा रही है और कत्ल किए जा रहे हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली ठीक नहीं है। हमें पुलिस से इंसाफ मिलना मुश्किल है। भगवंत मान से अपील है कि सही काम करें। सरकार हर काम में फेल हो चुकी है।”
नई पार्टी बनाने की बात
तरसेम सिंह ने यह भी कहा कि वह नई पार्टी बनाने जा रहे हैं और इस संबंध में कई लोग विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “अगर विरसा सिंह वल्टोहा अकाल तख्त के जत्थेदार पर आरोप लगा सकते हैं, तो अमृतपाल क्या हैं?” उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे उप चुनाव में भाग नहीं लेंगे और अमृतपाल के खिलाफ एनएसए को बढ़ाने के लिए यह सब किया जा रहा है।
अंत में अपील
तरसेम सिंह ने मांग की कि हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवाई जाए और अकाल तख्त के जत्थेदार को इस मामले में दखल देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज जो अमृतपाल के साथ हो रहा है, वह किसी के साथ भी हो सकता है। पंथक समुदाय को इस मामले में आगे आकर अपनी आवाज उठानी चाहिए।
अंत में, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भगवंत मान भाजपा के इशारे पर चल रहे हैं और आने वाले समय में मुख्यमंत्री भी भाजपा की झोली में बैठेंगे।