Mother’s Day 2024: मदर्स डे पर मुरझाए चेहरों पर उज्जवला सोसाइटी की महिलाओं ने बिखेरी खुशियां

गाजियाबाद। कहते है मां तो मां होती है मां की जगह कोई लेकिन ले सकता है…आज भी हमारे समाज में माता- पिता को भगवान की तरह पूजा जाता है। लेकिन वर्तमान समय में देश में मॉडर्न युग आ गया है।

जहां कुछ औलादें अपने माता- पिता को बोझ समझते है और उनकी सेवा करने के बजान उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देते है। लेकिन समाज सेवियों द्वारा ऐसे परिजनों के लिए आश्रम की व्यवस्थाएं बनाई है जहां बेसाहारा लोगों की मदद की जाती है।

जहां एक तरफ सारा देश मदर्स डे मना रहा था वहीं कुछ बुजु्र्ग अपने दुख के साथ इस आश्रम में अपने बचे खुचे जीवन को काटने को मजबूर है। लेकिन मोदीनगर की उज्जवला सोसाइटी की सभी महिलाओं ने मदर्स डे के लिए वृद्ध आश्रम जाकर बूढ़े मां-बाप के साथ जिनके बच्चों ने उन्हें छोड़ दिया है उनके साथ आज मदर्स डे बड़े ही धूमधाम से मनाया।

यह सराहनीय कार्य उज्जवला सोसाइटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा अरोड़ा एवं सुमन चौधरी के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस मौके पर सभी महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी खुशियां उनके साथ साझा की।
वहां जाकर ऐसा महसूस हुआ कि क्या मां-बाप अपने बच्चों को इसीलिए इतना पढ़ते लिखते हैं और बड़ा करते हैं कि बच्चे मां-बाप को बेसहारा वृद्ध आश्रम में छोड़ दें कितने शर्म की बात है आज की पीढ़ी के लिए यह बहुत ही सोचने वाला विषय है और आप सभी से यह विनती है कि अपने मां-बाप का पूरी तरह से ध्यान रखें उनकी जरूरत का ठीक उसी तरह से ध्यान रखें जैसा उन्होंने हम सभी के बचपन में रखा है।
इस दौरान रिया जोसेफ, नीलम गुप्ता, मंजू गर्ग, सुशीला दहिया, उर्मिला खुराना ,अंशु गर्ग, अपेक्षा जैन, स्वाति गोयल ,शिखा भटनागर, रेखा रानी, सरोज, प्रियंका अग्रवाल, दीपांशी गुप्ता, सेजल खुराना, शशि चौधरी पूनम सिंघल, परी ,नेहा आदि उपस्थित रहे।

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