मुल्तानीपुरा पड़ाव में मोदी औद्योगिक समूह की बदतमीजी: जन अधिकार मोर्चा और श्रमिक उत्थान ट्रस्ट ने किया विरोध
मुल्तानीपुरा पड़ाव, जो भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के नाम दर्ज है, में स्थित एक श्रमिक आवास को मोदी औद्योगिक समूह के अधिकारियों द्वारा जबरन खाली कराने का मामला सामने आया है। इन अधिकारियों ने मकान मालिक महिला को धमकाया, गालियाँ दीं और आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए बदतमीजी की।
इस घटना के विरोध में जन अधिकार मोर्चा और श्रमिक उत्थान ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने मुल्तानीपुरा पड़ाव स्थित आवास पर इकट्ठा होकर महिला से मामले की जानकारी ली। जन अधिकार मोर्चे के अध्यक्ष देववृत धामा, श्रमिक उत्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश कश्यप और कुलदीप सैनी ने मोदी समूह पर मजदूरों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन को मौके पर बुलाया और मोदी समूह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
प्रशासन ने सभी नेताओं को रात 7:30 बजे थाने पर बुलाया, जहां वार्ता देर रात तक चली। ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ समय पहले मोदी ग्रुप ने मोदीनगर की श्रमिक कॉलोनी मुल्तानीपुरा पड़ाव में गुड्डी के परिवार का घर भी जबरदस्ती खाली कराने का प्रयास किया था। इस मामले की सुनवाई 16 अगस्त 2024 को गाजियाबाद सिविल कोर्ट में होनी है।
आठ अगस्त को जन अधिकार मोर्चा और श्रमिक उत्थान ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने मोदी मैनेजमेंट के पुनः प्रयास करने पर प्रशासन को मौके पर बुला लिया, जिससे पीड़ित महिला को मकान से बेदखिल नहीं किया जा सका। थाने में डीसीपी और एसीपी की मौजूदगी थी, लेकिन वार्ता थाना अध्यक्ष से ही हुई। एसएचओ ने मामले की स्टडी के लिए एक दिन का समय मांगा।
इस घटना के दौरान देववृत धामा, महेश कश्यप, गुड्डी और गुड्डी का परिवार, तेजपाल पोसवाल, अतुल त्यागी, निर्दोष खटाना, सुशील शर्मा, प्रहलाद शर्मा, विष्णुदत्त गर्ग, बिशनपाल भारती, सुनील रस्तोगी, राजकुमार, रामप्रकाश, जगदीश उपाध्याय, जितेंद्र शर्मा, वीरेंद्र, दीपक शर्मा समेत अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे।