मिर्जापुर। नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती एक युवक की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मृतक के शरीर पर चोट के कई निशान पाए गए हैं, जिससे परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसकी निर्ममता से पिटाई की गई थी।
मृतक की पहचान तौसीफ अंसारी (32 वर्ष), पुत्र स्वर्गीय अस्फाक अहमद, निवासी बड़ी बसहीं, थाना कोतवाली कटरा के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार, उन्होंने 14 फरवरी 2025 को तौसीफ को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था, लेकिन 28 फरवरी 2025 को उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
परिजनों का आरोप: पिटाई के बाद हुई मौत
परिजनों ने दावा किया कि तौसीफ को केंद्र के कर्मियों ने बुरी तरह पीटा, जिसके चलते उसकी मौत हुई। उसके पीठ, पैर और सिर पर गहरी चोटों के निशान पाए गए हैं। आक्रोशित परिजनों ने बड़ी बसहीं रोड पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया और यातायात बाधित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत कराते हुए यातायात व्यवस्था सुचारू कराई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
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गुंडागर्दी का अड्डा बन चुके हैं नशा मुक्ति केंद्र?
सूत्रों के मुताबिक, नशा मुक्ति केंद्र में इलाज के नाम पर कुछ भी नहीं किया जाता, बल्कि यह गुंडागर्दी केंद्र बन चुका है। पहले भी भिस्कुरी स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र के संचालक पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हो चुका है। अब लोहंदी स्थित केंद्र में युवक की मौत ने प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वर्चस्व बनाए रखने के लिए की गई पिटाई?
सूत्रों का कहना है कि मृतक किसी तरह केंद्र से बाहर निकलने में सफल हो गया था, लेकिन जब संचालक को इसकी जानकारी मिली, तो उसने अपना खौफ बनाए रखने के लिए युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
क्या होगी कार्रवाई?
परिजनों और स्थानीय लोगों ने नशा मुक्ति केंद्र के संचालकों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि ऐसे अवैध और अमानवीय गतिविधियों में लिप्त केंद्रों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए और दोषियों को जेल भेजा जाना चाहिए।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।