मीरापुर: बस्टी एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट दोहा क़तर से एक अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन मुशायरा का आयोजन

मीरापुर। बस्टी एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट दोहा क़तर से एक अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन मुशायरा का आयोजित किया गया जिसमें देर रात तक शायरों ने अपने कलाम से फेसबुक व यूट्यूब पर जुड़े श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर बैजनाथ शर्मा ने समस्त शायरों का परिचय कराया।
अध्यक्ष ता अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर मुंबई के डॉक्टर सागर त्रिपाठी ने की तथा सफल संचालन डॉक्टर ताहिर क़मर द्वारा किया गया।

लखनऊ से पधारी तबस्सुम रिदा ने अपना कलाम पेश करते हुए कहा
जिनको मरने का डर नहीं होता साजि़शों का असर नहीं होता

अरशद ज़िया मुज़फ्फ़रनगर का कहना था
कितना मुश्किल है ले आना सबको एक अंगनाई में
खुद भी उधड ना पड़ता है इन रिश्तों की तुरपाई में

बैजनाथ शर्मा ने कहा
तमाम लोग यहां पर नशे में है शायद
तुम्हारी आंखों में अब भी खु़मार बाक़ी है।
संचालन कर रहे डॉक्टर ताहिर क़मर का कहना था

अगर चे हर तरफ़ दुनिया में महविश कम नहीं लेकिन

तुम्हें देखा है जब से दूसरा अच्छा नहीं लगता

गुलिस्तां छोड़ के सहरा की तरफ़ चल निकला
वह कहां लेके चला दिल मेरा पागल निकला

दिल्ली से पधारी संगीता चौहान सदफ़ ने कहा
दर्दे दिल को शिफा यूं मिलेगी मेरे

कुछ दवा चाहिए कुछ दुआ चाहिए।

डॉ तनवीर गौहर मुज़फ्फ़रनगर का कहना था

इश्क़ तुमसे जुनूं की हद तक है
और हद ही कहां जुनूं की है

अध्यक्षता कर रहे डॉक्टर सागर त्रिपाठी ने उस्तादाना कलाम से नवाजा़, उनका कहना था

जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का
फिर देखना फु़जू़ल है कद आसमान का

कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा जिसका प्रसारण फेसबुक और यूट्यूब पर लाइव किया गया जिसे सैकड़ो श्रोताओं ने काफी सराहा।
कार्यक्रम के अंत में संयोजक डॉक्टर बैजनाथ शर्मा ने समस्त शायरों को धन्यवाद दिया।

 

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