प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना (पीएम-एजेएवाई) के लिए केंद्रीय सलाहकार समिति (सीएसी) की बैठक, एससी समुदाय के सामाजिक-आर्थिक उत्थान की रणनीतियों पर चर्चा
नई दिल्ली: आज केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री और केंद्रीय सलाहकार समिति (सीएसी) के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना (पीएम-एजेएवाई) के लिए केंद्रीय सलाहकार समिति (सीएसी) की बैठक हुई। इस बैठक में योजना की प्रगति की समीक्षा की गई और देश भर में अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के उद्देश्य से रणनीति तैयार करने पर चर्चा की गई।
डॉ. वीरेंद्र कुमार ने योजना के कार्यान्वयन पर गहन चर्चा करते हुए अनुसूचित जाति की आबादी वाले गांवों और एससी लाभार्थियों के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए पीएम-अजय के व्यापक उद्देश्यों पर जोर दिया।
बैठक में राज्य कैबिनेट मंत्रियों, राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष, केंद्रीय वित्त मंत्रालय, कृषि मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, नीति आयोग के प्रतिनिधियों और केंद्रीय सलाहकार समिति के अन्य सदस्यों ने भाग लिया। सभी ने एससी समुदायों की जरूरतों को पूरा करने में योजना के उद्देश्यों और कार्यान्वयन की सराहना की।
सीएसी सदस्यों ने योजना के तीन घटकों – आदर्श ग्राम, अनुदान सहायता और छात्रावास घटकों पर विस्तृत चर्चा की और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। इस दौरान, योजना के तीन प्रमुख घटकों में हुई महत्वपूर्ण प्रगति की सराहना की गई।
समिति ने एससी समुदाय की बड़ी आबादी तक योजना की पहुंच बढ़ाने और इसकी प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए रणनीतियों पर विचार किया। साथ ही, राज्यों और जिला स्तर पर सहयोग को मजबूत करने, सामुदायिक भागीदारी बढ़ाने, परियोजना कार्यान्वयन सुनिश्चित करने और अधिकतम प्रभाव प्राप्त करने के लिए नतीजों की निगरानी पर भी जोर दिया गया।
डॉ. वीरेंद्र कुमार ने एससी समुदायों के समग्र विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा, “पीएम-एजेएवाई सामाजिक-आर्थिक असमानताओं को दूर करने में अहम भूमिका निभाती है। केंद्रित और सहयोगात्मक प्रयासों के जरिए, हम अनुसूचित जाति के नागरिकों को सशक्त बनाने और समावेशी विकास को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
बैठक के अंत में सभी हितधारकों से योजना के उद्देश्यों को साकार करने और एससी समुदायों के सतत विकास को सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयासों को तेज़ करने की अपील की गई।