रामपुर के शाहाबाद रोड स्थित बाबूजी की बगिया में दिवाकर समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें 23 फरवरी 2025 को संत गाडगे जयंती को भव्य और दिव्य रूप से मनाने पर सहमति बनी। इस बैठक में सामाजिक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई तथा गाडगे यूथ ब्रिगेड एवं सीपीडी सरकारी कर्मचारी विंग के गठन पर मंथन किया गया।
गाडगे यूथ ब्रिगेड का उद्देश्य
बैठक में प्रदेश सहसंयोजक चरन सिंह ने बताया कि गाडगे यूथ ब्रिगेड एक सामाजिक संगठन है, जबकि सीपीडी सरकारी कर्मचारी विंग सरकारी कर्मचारियों के लिए एक मंच है। इन संगठनों का उद्देश्य युवाओं एवं सामाजिक कर्मचारियों को एक प्लेटफार्म पर लाकर नेटवर्क विकसित करना है, जिससे दिवाकर समाज को कुरुतियों, पाखंडवाद और अशिक्षा से मुक्ति दिलाने के साथ-साथ आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक रूप से मजबूत किया जा सके।
इस अवसर पर पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोहनलाल दिवाकर ने कहा कि गरीब छात्र-छात्राओं को हर स्तर पर मदद दी जानी चाहिए, जिससे उनकी शिक्षा प्रभावित न हो और दिवाकर समाज शैक्षिक रूप से सशक्त बन सके।
गाडगे यूथ ब्रिगेड के पदाधिकारियों का मनोनयन
जिला संरक्षक – वीर सिंह दिवाकर (पूर्व एडीओ पंचायत)
जिला अध्यक्ष – प्रताप सिंह दिवाकर (ग्राम प्रधान रवन्ना)
जिला महासचिव – अशोक कुमार दिवाकर (ठेकेदार)
जिला प्रमुख आईटी सेल – सुरेश कुमार दिवाकर (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया)
सीपीडी सरकारी कर्मचारी विंग के पदाधिकारियों का मनोनयन
संयोजक (मुरादाबाद मंडल) – डॉ. वीरेंद्र दिवाकर (सहायक अध्यापक)
जिला संयोजक – धर्मपाल सिंह (सहायक सांख्यिकी अधिकारी, रामपुर)
सहसंयोजक – धर्मेंद्र कुमार वर्मा (कैडर सचिव, सहकारिता विभाग, रामपुर)
सहसंयोजक – दिनेश कुमार दिवाकर (स्वास्थ्य विभाग, रामपुर)
इन सभी पदाधिकारियों का मनोनयन अमरदीप माथुर (राष्ट्रीय संरक्षक, गाडगे यूथ ब्रिगेड) के अनुमोदन के पश्चात किया गया।
बैठक में युवाओं की सक्रिय भागीदारी
बैठक में उपस्थित रघुवीर शरण, विजयपाल सिंह, हिम्मत सिंह, महेंद्र सिंह, देवेंद्र दिवाकर, मनोज कुमार दिवाकर (एडवोकेट), प्रमोद दिवाकर, राजू दिवाकर, प्रसन्न प्रकाश, गुलशन दिवाकर, सोनू दिवाकर, नन्नू सिंह दिवाकर, अशोक कुमार दिवाकर, यशपाल सिंह दिवाकर सहित सैकड़ों दिवाकर समाज के गणमान्य लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।
युवाओं ने समाज को आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से मजबूत करने का संकल्प लिया। इस बैठक से यह संदेश गया कि दिवाकर समाज को संगठित कर हर स्तर पर सशक्त बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।