मीरापुर की कान्हा गौशाला में चारा देने में पिछड रही है मीरापुर नगर पंचायत, 10 दिन में दिया मात्र 28 कुंतल चारा
गौ सेवकों के सहयोग से भरपेट चारा व पशु आहार खा रहे हैं गोवंश
मीरापुर से ऋतु मोहन की रिपोर्ट
कस्बे की कान्हा गोशाला में गौवंशो को चारा उपलब्ध कराने के मामले में मीरापुर की नगर पंचायत पिछड रही है। नगर पंचायत ने पिछले 10 दिन में 108 गोवंश को मात्र 28 कुंतल चारा ही उपलब्ध कराया है। एसडीएम के निरीक्षण के बाद भी कर्मचारियों की लापरवाही में कोई सुधार नहीं हुआ है।
मीरापुर कस्बे की कान्हा गोशाला के गौवंश नगर पंचायत की उदासीनता के चलते गौसेवकों के ऊपर निर्भर होती जा रही है गौशाला में गौवंशो की सेवा करने के लिए करीब दो सौ से ऊपर की संख्या में गौ सेवक सोशल मीडिया व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से जुडे हुए हैं जिसमे जहा चिकित्सक पशुओं को बेहतर सुविधा देने का प्रयास कर रहे है तो कस्बे व आसपास के समाजसेवी आपसी सहयोग से गोवंश के लिए चारा व पशु आहार उपलब्ध कर रहे हैं। समाजसेवियों व गौ सेवकों की मदद से यहां पर आश्रय पाने वाले सभी 108 गोवंश भरपेट चारा व अन्य पशु आहार का सेवन करते हैं। गौ सेवक अभिषेक गर्ग, अमित मित्तल, अंकित अग्रवाल, जोनी, पंकज शारदा, वरदान गुप्ता आदि का आरोप है कि नगर पंचायत द्वारा गोशाला की देखरेख में लापरवाही बरती जा रही है। पिछले 10 दिन में 108 गोवंश के लिए मात्र 28.15 कुंतल चारा ही दिया गया है जबकि यहां पर 30 कुंतल चारे की प्रतिदिन खपत होती है। उन्होंने बताया कि आज तक करीब 95 कुंतल चारा नगर पंचायत की ओर बकाया है। यदि सभी गौवंश नगर पंचायत पर निर्भर रहे तो भूख से तड़प उठेंगे। जो कि कतई भी बर्दाश्त नही किया जाएगा। गौ सेवकों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व एसडीएम जानसठ सुबोध कुमार ने गोशाला का निरीक्षण कर व्यवथाओ को दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे उसके बावजूद भी गोशाला में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है। गोशाला में गोवंश को सर्दी से बचाव के लिए भी कोई स्थान व साधन उपलब्ध नहीं है।—-
इन्होंने कहा….. गोशाला में गोवंश के लिए हरा चारा उपलब्ध है। गौ सेवकों से वार्ता हो गई है जिस दिन उन्हे आवश्यता होगी उस दिन चारा उपलब्ध करा दिया जाएगा। गोवंश को सर्दी से बचाव के लिए ठेकेदार से बात हो गई है जल्दी काम शुरू कर दिया जाएगा। कमलाकांत राजवंशी, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मीरापुर।