रामपुर, 8 दिसंबर 2024: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में रामपुर के अंबेडकर पार्क में हिंदू रक्षा संघर्ष समिति ने एक विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया। इस प्रदर्शन में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा व धार्मिक असहिष्णुता पर कड़ी नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तत्काल कार्रवाई की मांग की।
धरना प्रदर्शन का उद्देश्य
हिंदू रक्षा संघर्ष समिति ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर लगातार हो रहे हमलों और मंदिरों के विध्वंस पर चिंता व्यक्त की। वक्ताओं ने इसे मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन करार देते हुए कहा कि विश्व समुदाय को इस पर तुरंत कदम उठाना चाहिए।
राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
धरना प्रदर्शन के दौरान समिति ने रामपुर के जिलाधिकारी जोगेन्दर सिंह और पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने और वहां हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई। साथ ही, भारत सरकार से अपील की गई कि वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाए।
प्रदर्शनकारियों का विरोध
प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और सांकेतिक रूप से बांग्लादेश का झंडा जलाकर अपना विरोध प्रकट किया। वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में हो रही घटनाएं किसी भी सभ्य समाज के लिए असहनीय हैं।
विशेष मांगे
अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप: भारत सरकार से संयुक्त राष्ट्र में इस मामले को उठाने की अपील।
कड़ी कार्रवाई: बांग्लादेश सरकार पर दबाव डालकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग।
मानवाधिकार आयोग की जांच: अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से जांच कर दोषियों पर कार्रवाई।
समाज में गुस्सा
प्रदर्शन में रामपुर के नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, और विभिन्न संगठनों के सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए। वक्ताओं ने कहा कि हिंदुओं की सुरक्षा केवल बांग्लादेश का नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का मुद्दा होना चाहिए।
क्या बोले वक्ता
प्रमुख वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति भयावह हो चुकी है। मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं, और हिंदू समुदाय भय के माहौल में जीने को मजबूर है। इन घटनाओं पर चुप्पी शर्मनाक है।
आगे की योजना
हिंदू रक्षा संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेश में हिंसा नहीं रुकी, तो देशभर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए जाएंगे। समिति ने लोगों से इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने और सरकार पर दबाव बनाने की अपील की।
यह प्रदर्शन हिंदू समुदाय के अधिकारों और सुरक्षा की मांग का एक महत्वपूर्ण संदेश था।