नई दिल्ली, 2मई। लखनऊ के दुबग्गा में बिना मान्यता के चलाए जा रहे मदरसे से बिहार के 24 बच्चे मुक्त कराए गए हैं. यह मदरसा दो कमरे के मकान में चलाया जा रहा था. बाल आयोग की टीम ने बच्चों को मुक्त कराकर बाल कल्याण समिति के हवाले कर दिया है. जिन बच्चों को मुक्त कराया गया है उनकी उम्र 6 से 14 साल के बीच है. बताया जा रहा है कि बच्चों को 5 दिन पहले ही बिहार से लाया गया था. यह मदरसा लालनगर खेड़ा में चलाया जा रहा था.
मदरसा जिसके मकान में चलाया जा रहा था उसका नाम जीशान हाशमी बताया जा रहा है, जिसे इरफान नाम काल शख्स चला रहा था.
दरभंगा निवासी इरफान और सैफुल्लाह यहा पढ़ाई कराते हैं. मदरसा चला रहे इरफान सैफुल्लाह को उर्दू के अलावा हिंदी और अंग्रेजी नहीं आती है. जनवरी में इरफान ने संस्था बनाई थी जिसमें अब तक 3.50 लाख रुपए जकात से जमा किए गए थे. संस्था के बायलॉज में लिखा था कि वे सनातन संस्कृति प्रचार के लिए काम करेगी.