गोरखपुर. देश के 7 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश की 57 सीटों पर मतदान हो रहा है. उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के 7वें चरण का मतदान शुरू हो चुका है. प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान हो रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गोरखपुर में मतदान किया. इसके बाद उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अच्छा है कि इंडीगठबंधन के दलों के नेता 4 जून के पहले आज बैठकर ठंडई पी लें. क्योंकि, इस गठबंधन में जितने दल हैं 4 जून के बाद उतने ही फाड़ होने वाले हैं. ये सभी तब एक-दूसरे के ऊपर दोषारोपण करेंगे, एक दूसरे को गाली देंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में शनिवार को “पहले मतदान फिर जलपान” के मंत्र का अनुसरण करते हुए वोट डाला. उन्होंने गोरखनाथ स्थित प्राथमिक विद्यालय कन्या इंग्लिश मीडियम) के बूथ संख्या 249 पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. सुबह 7 बजे ही बूथ पर पहुंचे मुख्यमंत्री अपने बूथ के पहले वोटर भी बने. मतदान करने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की और फिर गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर जलपान किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक बार फिर प्रचंड बहुमत से मोदी सरकार बननी तय है. उन्होंने कहा कि 4 जून को जब जनता जनार्दन का फैसला आएगा, तो देश के अंदर आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत, विरासत भी-विकास भी. गरीबों के प्रति संवेदना भी और युवा पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए जिन लोगों ने, जिन पार्टियों ने, जिन सरकारों ने काम किया है. उनको जनता का पूरा आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है. जनता को यह सुखद अनुभूति होगी देश में मोदी जी एक बार फिर से प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे. उत्तर प्रदेश इसमें अपनी भूमिका का पूरी मजबूती से निर्वहन करेगा.
सीएम योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अच्छा है कि इंडीगठबंधन के दलों के नेता 4 जून के पहले आज बैठकर ठंडई पी लें. क्योंकि, इस गठबंधन में जितने दल हैं 4 जून के बाद उतने ही फाड़ होने वाले हैं. ये सभी तब एक-दूसरे के ऊपर दोषारोपण करेंगे, एक दूसरे को गाली देंगे. अच्छा है उससे पहले एक बार ठंडई पी लें, जिससे गालीगलौज कम हो.
समाजवादी पार्टी की तरफ से मतगणना से पहले अपने कार्यकर्ताओं की तरफ से ईवीएम की रखवाली कराने. निर्वाचन आयोग की मंशा पर प्रकारणतर में उठाए गए सवाल पर भी मुख्यमंत्री ने प्रतिक्रिया व्यक्त की. सीएम योगी ने कहा कि जिनको प्रदेश में 80 सीटों पर उम्मीदवार नहीं मिले. उन्हें किसी न किसी पर दोषारोपण तो करना ही है. ये लोग ईवीएम पर दोषारोपण करते करते थक चुके हैं. अब निर्वाचन आयोग पर आरोप लगाकर लोकतंत्र का मखौल उड़ा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने निशाना साधते हुए कहा कि कौन नहीं जानता है कि लोकतंत्र में इनकी कोई निष्ठा नहीं है. यह हल्ला बोल माध्यम से अराजकता फैलाने वाले लोग हैं. माफियाओं, आतंकवादियों को गले का हार बनाने वाले लोग हैं. वह इस प्रकार की बातें करते हैं तो हास्यास्पद स्थिति होती है. माफिया, आतंकवादियों को सानिध्य देने वाले लोगों के मुंह से लोकतंत्र की बात हास्यास्पद लगती है. सपा के लिए तो बस यही कहा जा सकता है कि जैसी करनी वैसी भरनी.