लिंग समानता सम्बन्धित विधिक साक्षरता व जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन

बदायूँ । उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुक्रम में माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं के निर्देशानुपालन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं द्वारा लिंग समानता सम्बन्धित विधिक साक्षरता/जागरूकता शिविर का आयोजन लॉर्ड कृष्णा इन्टर नेशनल स्कूल जनपद बदायूं में आयोजित किया गया।
शिविर का शुभारम्भ श्रीमान अपर जिला एव सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं श्रीमती सारिका गोयल की अध्यक्षता में माँ सरस्वती की प्रतिमा पर मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में सुश्री छवि वैश्य, जिला समन्वयक, महिला शक्ति केन्द्र, बदायूं द्वारा मिशन शक्ति 4.0 एवं लिंग समानता के वारे में विस्तार पूर्वक बताया गया इसी क्रम में विधालय के प्रबन्धक, श्री वेदव्रत त्रिवेदी व छवि त्रिवेदी द्वारा बालिकाओं के अधिकारों एवं लिंग समानता के विषय पर बच्चों को जागरूक किया गया, एवं लॉर्ड कृष्णा इन्टर नेशनल स्कूल जनपद बदायूं की उप प्रधानाचार्य श्रीमती शैली अरोड़ा के द्वारा बच्चों को अपील की गयी कि शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ जागरूक रहना अति-आवश्यक है।
शिविर के अन्त में श्रीमती सारिका गोयल-अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं द्वारा अपने वक्तव्य में बताया कि लड़का तथा लड़की में कोई भेद नहीं है, प्रत्येक को अपने अधिकारों के लिये सचेत रहना चाहिये शिविर में बच्चों को गुड टच व बैड टच के बारे में बताया, बालिकाओं के साथ-साथ बालकों को भी यौन शोषण से सतर्क रहने की आवश्यकता है। किसी अजनवी या जान-पहचान वाले रिश्तेदार, मित्र द्वारा गलत बात करने, गलत तरीके से छूने अथवा गलत क्रियायें करने पर सतर्क हो जाना चाहिय व अपना विरोध दर्ज करायें। पुलिस अथवा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से सहायता ले सकते है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आम जनता की विधिक समस्याओं को किये जाने वाले उपचार से अवगत कराया। इसके साथ ही नालसा तथा राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा महिलाओं के लिये किये जाने वाले कार्यों की चर्चा की। महिलाओं को अवगत कराया कि महिला सशक्तिकरण से वह अपने जीवन से जुडे सभी फैसले ले सकती है तथा समाज में अच्छी जगह बना सकती है। बालिकाओं को अपने स्वयं के विकास के लिए आगे आना चाहिए।
इसके अतिरिक्त सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं एवं सुश्री छवि वैश्य, समन्वयक, महिला शक्ति केन्द्र, बदायूं तथा स्कूल के डायरेक्टर, शिक्षक, स्टाफ तथा सभी बच्चों के साथ मिलकर दशहरे के त्योहार को मनाया। रावण के प्रतीकात्मक पुतले को फूंका गया। बच्चों को शिक्षा दी गयी कि दशहरा का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। हमें खुद के अन्दर की बुराई को मारकर अपने-जीवन में अच्छाई व प्रगति की ओर अग्रसर होना चाहिए। इसके उपरान्त शिविर के अध्यक्ष की अनुमति से उक्त शिविर का समापन किया गया।

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