आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा छः दिवसीय वर्चुअल लैब कार्यशाला का शुभारंभ बरेली परिक्षेत्र की उच्चशिक्षा अधिकारी डॉ सन्ध्या रानी शाक्य ने किया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए बरेली मुरादाबाद मंडल की क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ संध्या रानी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के द्वारा प्रदत्त नवीन पाठ्यक्रम में भौतिक विज्ञान के स्नातक स्तरीय विद्यार्थियों के लिए प्रयोगशाला के पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए राजकीय महाविद्यालय बदायूं द्वारा आईआईटी कानपुर के साथ साझा समझौता किया गया जो विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए एक अनूठा कदम है।
महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली कार्यशाला से देश भर के विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।
प्राचार्य डॉ नरेन्द्र कुमार बत्रा ने कहा कि इस कार्यशाला में भारत के विभिन्न राज्यों से लगभग 1300 से अधिक प्रतिभागी जुड़े हैं।
कार्यशाला के संयोजक डॉ संजीव राठौर ने कार्यशाला के उद्देश्य एवं उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। डॉ संजीव राठौर ने बताया कि वर्चुअल माध्यम से प्रयोग कराया जाना और सम्पूर्ण भारत के भौतिक विज्ञान के छात्र-छात्राओं को एक प्लेटफार्म पर लाकर एक दूसरे से ज्ञान को साझा कर प्रयोग के प्रति नई समझ विकसित करना ही हमारा उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में विदित वर्चुअल लैब पाठ्यक्रम को समस्त शिक्षण संस्थानों में संपादित कराया जा सके इसके लिए आईआईटी कानपुर के साथ साझा प्रयास निरंतर जारी रहेगा।
आईआईटी कानपुर की सीनियर प्रोजेक्ट एसोसिएट सुमन त्रिपाठी ने बताया के विद्यार्थी अपने वर्चुअल लैब किस तरह बनाएंगे और वर्चुअल लैब कार्यशाला की उपयोगिता उनके जीवन में किस तरह नया आयाम प्रतिस्थापित करेगी। सुमन त्रिपाठी ने कहा की वर्चुअल माध्यम से प्रयोग करने से विद्यार्थियों का मानसिक स्तर तेजी से बढ़ता है और उनकी रुचि शोध की और अग्रसर होती है जैसा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से देशभर के उपस्थित प्रतिभागी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षाविदों को आईआईटी कानपुर के द्वारा इस दिशा में किए जा रहे हैं विभिन्न प्रयासों की जानकारी उपलब्ध कराई।
कार्यशाला की मुख्य व्याख्याता पीएसआईटी कानपुर की भौतिक विज्ञान की प्रोफेसर तथा वर्चुअल लैब आईआईटी कानपुर की रीजनल कोऑर्डिनेटर डॉ अपर्णा दीक्षित ने भौतिक विज्ञान के बीएससी प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों को अमृत लैब की वेबसाइट के माध्यम से न्यूटन्स सेकंड लॉ ऑफ मोशन नामक प्रयोग कराया। पंचम सेमेस्टर के छात्र अली रजा ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया। कार्यशाला का प्रसारण यूट्यूब चैनल के माध्यम से भी किया गया।
कार्यशाला के अंत में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए ऑर्गेनाइजिंग कोऑर्डिनेटर डॉ श्रद्धा गुप्ता ने बताया कि यह कार्यशाला 10 सितंबर से 15 सितंबर तक आयोजित की जाएगी। जिसके माध्यम से 10 एवं 11 सितंबर को बीएससी प्रथम सेमेस्टर, 12 तथा 13 सितंबर को बीएससी तृतीय सेमेस्टर, एवं 14 एवं 15 सितंबर को बीएससी पंचम सेमेस्टर के लिए प्रतिदिन अपराह्न 3 बजे से कार्यशाला आयोजित होगी।
