लाखेरी। कस्बे में काली बजरी का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद, यहां बड़े पैमाने पर काली बजरी का खनन और परिवहन किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, लाखेरी में मेगा हाईवे के निर्माण में काली बजरी का उपयोग हो रहा है। जगह-जगह बजरी के ढेर लगे हुए हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन की अनदेखी के चलते यह अवैध व्यापार बेखौफ जारी है।
पर्यावरणविदों का कहना है कि काली बजरी का अवैध खनन पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। इससे नदियों और पहाड़ियों का अस्तित्व खतरे में पड़ रहा है। वहीं, प्रशासन की लापरवाही के चलते इस अवैध कारोबार पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
स्थानीय जनता ने प्रशासन से जल्द से जल्द सख्त कदम उठाने की मांग की है ताकि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन हो और अवैध खनन पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके।