अहमदाबाद: एक समन्वित प्रयास में, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI), गुजरात पुलिस और इंटरपोल NCB-अबू धाबी ने रविवार को 2,273 करोड़ रुपये से अधिक के जुआ रैकेट के कथित सरगना को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से गिरफ्तार कर भारत लाया। इस आरोपी की पहचान दीपककुमार धीरजलाल ठक्कर के रूप में हुई है, जिसके खिलाफ गुजरात पुलिस ने कई संगीन आरोपों के तहत मामला दर्ज किया था।
CBI के बयान के अनुसार, ठक्कर के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया गया था। वह गुजरात पुलिस द्वारा आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक षड्यंत्र, सबूतों के गायब करने और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम एवं जुआ निषेध अधिनियम के तहत वांछित था।
ठक्कर पर आरोप है कि उसने एक अंतरराष्ट्रीय जुआ रैकेट का संचालन किया, जिसमें विशेष सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन और हवाला चैनलों के माध्यम से अपराध की आय का वितरण किया जाता था। इस जुआ रैकेट से जुड़े धन का कुल अनुमानित मूल्य 2,273 करोड़ रुपये से अधिक है।
CBI ने कहा कि ठक्कर के खिलाफ 15 दिसंबर, 2023 को इंटरपोल महासचिवालय से गुजरात पुलिस के अनुरोध पर रेड नोटिस जारी किया गया था। रेड नोटिस एक वैश्विक अनुरोध है, जिसके तहत किसी व्यक्ति को अस्थायी रूप से गिरफ्तार किया जाता है, जिससे प्रत्यर्पण, आत्मसमर्पण या अन्य कानूनी कार्रवाई की जा सके।
गुजरात पुलिस की एक सुरक्षा मिशन टीम ने UAE का दौरा किया और 1 सितंबर को ठक्कर को भारत वापस लाया। CBI ने कहा कि भारत में इंटरपोल के राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में, CBI सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ इंटरपोल चैनलों के माध्यम से समन्वय करती है।