उपग्रह आधारित इंटरनेट सेवाओं के लिए जियो ने स्पेसएक्स से हाथ मिलाया

दुर्गम व दूर-दराज के इलाकों में भी मिलेगी कनेक्टिविटी

मुंबई मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (जेपीएल) और एलन मस्क की स्पेसएक्स ने मिलकर भारत में स्टारलिंक ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया है। इस समझौते के तहत अब भारत के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में उपग्रह आधारित ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान की जाएंगी, जिससे उन दुर्गम इलाकों में भी कनेक्टिविटी को आसानी से उपलब्ध कराया जा सकेगा, जहां पर पारंपरिक कनेक्टिविटी पहुंचाना मुश्किल है।

जियो और स्टारलिंक का सहयोग
इस समझौते में शामिल कंपनियों में से एक जियो, जो दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल ऑपरेटर है, और दूसरी स्टारलिंक, जो दुनिया का अग्रणी लो अर्थ ऑर्बिट सैटेलाइट कॉन्स्टेलेशन ऑपरेटर है। जियो के ग्राहकों को स्टारलिंक के सॉल्यूशन्स जियो-स्टोर्स के जरिए और ऑनलाइन भी उपलब्ध होंगे।

समझौते से बढ़ेगी इंटरनेट की पहुंच
जियो ने एक बयान में कहा कि स्पेसएक्स के साथ समझौते से भारत भर में छोटे और मध्यम व्यवसायों, उद्यमों और समुदायों को विश्वसनीय इंटरनेट सेवा प्रदान की जा सकेगी। स्टारलिंक उन स्थानों पर तेज़ और किफ़ायती इंटरनेट सेवा प्रदान करेगा, जहां कनेक्टिविटी में सबसे ज्यादा चुनौतियाँ हैं। यह जियोएयरफाइबर और जियोफाइबर के साथ मिलकर एक मजबूत नेटवर्क का हिस्सा बनेगा।

रिलायंस जियो की प्रतिबद्धता
रिलायंस जियो के ग्रुप सीईओ मैथ्यू ओमन ने कहा, “हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हर भारतीय को किफायती और हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड तक पहुंच हो। स्टारलिंक के साथ हमारी साझेदारी हमारे इस मिशन को और मजबूत करती है और यह सभी के लिए बिना रूकावट ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी की दिशा में एक बड़ा कदम है। जियो के ब्रॉडबैंड इकोसिस्टम में स्टारलिंक को शामिल करके हम अपनी पहुंच का विस्तार कर रहे हैं, जिससे देश भर के समुदायों और व्यवसायों को सशक्त किया जा सकेगा।”

स्पेसएक्स की प्रतिक्रिया
स्पेसएक्स के प्रेसीडेंट और मुख्य परिचालन अधिकारी ग्वेने शॉटवेल ने कहा, “हम भारत में कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए जियो की प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं। हम जियो के साथ मिलकर भारत सरकार से आवश्यक अनुमति प्राप्त करने के बाद, स्टारलिंक की हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाओं को भारत के लोगों, संगठनों और व्यवसायों तक पहुंचाने के लिए तैयार हैं।”

सेवाएं देने की अनुमति प्राप्त करने का मामला
यह समझौता इस शर्त पर है कि स्पेसएक्स को भारत में स्टारलिंक की सेवाएं उपलब्ध कराने की अनुमति प्राप्त होगी।

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