दिल्ली में महंगाई की मार: नासिक से चौथी खेप में पहुंची 840 मीट्रिक टन प्याज, दामों में गिरावट की उम्मीद

देशभर में बढ़ती महंगाई से परेशान लोग अब प्याज के दामों में राहत की उम्मीद कर सकते हैं। राजधानी दिल्ली में पिछले एक महीने से प्याज की कीमतों में उछाल ने जनता की जेब पर भारी असर डाला है। इस समस्या से निपटने के लिए महाराष्ट्र के नासिक से 840 मीट्रिक टन प्याज लेकर एक और “कांदा एक्सप्रेस” दिल्ली पहुंच गई है।

केंद्र सरकार का प्रयास
दिल्ली-एनसीआर में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने मदर डेयरी, एनसीसीएफ और नैफेड को प्याज आवंटित किया है:

500 मीट्रिक टन मदर डेयरी को।
190 मीट्रिक टन एनसीसीएफ को।
150 मीट्रिक टन नैफेड को।
सरकार का दावा है कि इस तरह की खेपों से मंडियों और खुदरा बाजार में प्याज की कीमतों में गिरावट आएगी।

दिल्ली में पहुंची चौथी “कांदा एक्सप्रेस”
पहली खेप: 20 अक्टूबर को 1,600 मीट्रिक टन।
दूसरी खेप: 30 अक्टूबर को 840 मीट्रिक टन।
तीसरी खेप: 12 नवंबर को 730 मीट्रिक टन।
चौथी खेप: 20 नवंबर को 840 मीट्रिक टन।
पांचवीं खेप, जिसमें 720 मीट्रिक टन प्याज है, 21 नवंबर तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है।

कीमतों में गिरावट की उम्मीद
त्योहारी सीजन और मंडियों के बंद होने के कारण प्याज की आपूर्ति में जो बाधा आई थी, उसे दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया है। थोक में प्याज की बढ़ती आपूर्ति से कीमतों पर दबाव कम होने की उम्मीद है।

अन्य शहरों में भी भेजी गई प्याज की खेप
दिल्ली के अलावा चेन्नई और गुवाहाटी जैसे शहरों के लिए भी बड़ी मात्रा में प्याज भेजा गया है:

26 अक्टूबर को चेन्नई के लिए 840 मीट्रिक टन प्याज।
इस सप्ताह गुवाहाटी के लिए 840 मीट्रिक टन प्याज भेजने की योजना है।

सरकार की अपील
केंद्र सरकार ने जनता से अपील की है कि वे प्याज की कीमतों को लेकर घबराएं नहीं। लगातार आपूर्ति बढ़ाने से जल्द ही बाजार में स्थिरता आएगी और दामों में कमी देखने को मिलेगी।

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