झारखंड CM हेमंत सोरेन के निजी सचिव सुनील श्रीवास्तव के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निजी सचिव सुनील श्रीवास्तव के घर और अन्य ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की है। यह कार्रवाई राज्य विधानसभा चुनाव के बीच की जा रही है, जिससे सत्ता के गलियारों में हड़कंप मच गया है।
रांची के अशोक नगर रोड नंबर 4 पर स्थित सुनील श्रीवास्तव के आवास पर आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है। इसके अलावा, आयकर विभाग की टीम ने जमशेदपुर में भी कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। सीआरपीएफ के जवानों की मौजूदगी में यह छापेमारी की जा रही है, ताकि सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जा सके। हालांकि, अभी तक आयकर विभाग की टीम ने जो कुछ भी बरामद किया है, उसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
छापेमारी को चुनावी दृष्टिकोण से जोड़ा जा रहा है
यह छापेमारी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भारतीय निर्वाचन आयोग ने फ्री एंड फेयर चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। ऐसे में चुनाव को प्रभावित करने के लिए धन बल का उपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। माना जा रहा है कि इस छापेमारी का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना है, खासकर पहले चरण के मतदान से ठीक पहले।
सुनील श्रीवास्तव और उनके परिवार के ठिकानों पर रेड
आयकर विभाग की टीम ने सुनील श्रीवास्तव और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के ठिकानों पर भी रेड की है। रांची के अशोक नगर स्थित श्रीवास्तव के घर के अलावा, उनकी पत्नी के आवास और अन्य परिवारिक ठिकानों पर भी जांच की जा रही है। इसके साथ ही जमशेदपुर में व्यापारिक और औद्योगिक प्रतिष्ठानों पर भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख सदस्य हैं सुनील श्रीवास्तव
सुनील श्रीवास्तव झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के केंद्रीय समिति के सदस्य हैं और पार्टी के स्टार प्रचारक भी हैं। वह लंबे समय से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निजी सचिव के तौर पर काम कर रहे हैं। श्रीवास्तव पहले सरकारी विभाग में इंजीनियर थे, लेकिन बाद में उन्होंने नौकरी छोड़कर सोरेन के सहयोगी के रूप में काम करना शुरू किया था।
पिछली छापेमारी में भी आई थी बड़ी कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब आयकर विभाग ने चुनाव से पहले कार्रवाई की है। इससे पहले 26 अक्टूबर को आयकर विभाग ने रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह और कोलकाता में 35 व्यापारिक और औद्योगिक ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी के दौरान 150 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति और निवेश से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए थे। इसके साथ ही 70 लाख रुपये की नकद राशि भी जब्त की गई थी, जिसे व्यापारियों के खातों से मिलान करने के बाद बैंक में जमा करा दिया गया था।
यह छापेमारी राजनीतिक और चुनावी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है और राज्य में सत्ता के गलियारों में चर्चाओं का दौर जारी है।