क्रेडिट कार्ड बनाने के नाम पर साइबर फ्रॉड के मामले में 2 महिला सहित 5 आरोपियो को साइबर थाना NIT की टीम ने नजफगढ़ दिल्ली से किया गिरफ्तार
फरीदाबाद- आजकल तकनीकी के दौर में टेक्नोलॉजी का सदुपयोग के साथ-साथ दुरुपयोग भी किया जा रहा है। जिसमें साइबर ठग तकनीकी का गलत उपयोग कर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता के द्वारा साइबर फ्रॉड पर अंकुश लगाने के लिए दिए गए दिशा-निर्देश के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना NIT की टीम ने क्रेडिट कार्ड बनाने के नाम पर साइबर फ्रॉड के मामले में 2 महिला सहित 5 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियो में बोबी श्रेष्ठा वासी रामा विहार दिल्ली, राकेश राजाराम जैसवर अभिलाख नगर, लालजी पाडा, कांदीवली वेस्ट, मुंबई हाल गांव कराला दिल्ली, हरविंदर उर्फ़ मंजीत वासी सेक्टर 22 रोहिणी दिल्ली हाल गाँव मदनपुर डबास, सुनार चोक दिल्ली, गुनगुन उर्फ गुंजन वासी गांव कराला दिल्ली व शिवानी वासी गांव तुलसीपुर, जिला इटावा उत्तर प्रदेश हाल गांव भौरगढ दिल्ली का नाम शामिल है। साइबर पुलिस टीम ने उपरोक्त आरोपियो को तकनीकी सहायता व अपने गुप्त सूत्रों से प्राप्त सूचना से दिल्ली नजफगढ़ से गिरफ्तार किया है।
उन्होने आगे बतलाया कि 21 जनवरी को साइबर थाना NIT में पोर्टल के माध्यम से एक शिकायात प्राप्त हुई। जिसमें NIT-5 में रहने वाले एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि 20 जनवरी को शिकायतकर्ता के फोन पर एक अन्जान नम्बर से फोन आया जिसने अपने आपको बैंककर्मी बताया और उसके पूराने क्रेडिट कार्ड के विहाब पर नए क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए व्हाट्सएप पर लिंक भेजा जिसको खोलकर पुराने कार्ड की डिटेल फिल करवाई। जिसमें कार्ड नम्बर, सीवीवी नम्बर, कार्ड के एक्सपायरी दिनांक इत्यादि। जिसके बाद पूराने कार्ड से 5 ट्रांजैक्शन में कुल 41500/-रु कट गए। जिसके संबंध में साइबर थाना NIT में धोखा धडी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
साइबर पुलिस टीम ने मामले में कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियो को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि आरोपी हरविंदर उर्फ़ मंजीत कॉल सेंटर का संचालक है जो इस गिरोह का सरगाना है तथा SIM और फोन ठगी के लिए उपलब्ध करवाता है वही राकेश ने ठगी के मामले में डाटा उपलब्ध करवाया है। बोबी, महिला गुनगुन उर्फ गुंजन व शिवानी कॉल करके लोगो को झांसे में में लेते है। आरोपी महिला शिवानी ने बैककर्मी बनकर लिंक भेजा था तथा बोबी ने लिंक के माध्यम मे से ऑनलाईन ऑर्डर करके जेप्टो से 41500/-रु का सामान मंगवाया था। मामले में बोबी, हरविंदर और राकेश को पूछताछ के लिए 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है तथा आरोपी महिलाओं को पूछताछ के बाद अदालत में पेश कर नियमानुसार कार्रवाई की गई। अपराधिक रिकॉर्ड के अनुसार आरोपी हरविन्द्र पर पूर्व में भी साइबर फ्रॉड मामल दर्ज है।