63वें #पुलिस_स्मृति_दिवस के अवसर पर डॉ0ओपी सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद बदायूँ द्वारा पुलिस परेड ग्राउण्ड बने शहीद स्मारक स्थल पर देश की रक्षा करते हुए कर्तव्य पथ पर अपने जीवन को बलिदान कर देने वाले पुलिसकर्मियो के सम्मान में सलामी प्रस्तुत करते हुए पुष्पचक्र अर्पित ससम्मान श्रृध्दांजलि कर दो- मिनट का मौन धारण किया गया ।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, अपर पुलिस अधीक्षक नगर व समस्त क्षेत्राधिकारीगण एवं थाना प्रभारी व समस्त शाखा प्रभारी सहित अधिनस्थों ने शहीद स्मारक पर पुष्प चढ़ाने के बाद शहीदों को शस्त्र उल्टे कर सलामी दी।
पुलिस स्मृति दिवसः- 21 अक्टूबर 1959 का दिन था, लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग के पास CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की पेट्रोलिंग पार्टी के तीन ऑफिसर्स को भारत-तिब्बत बॉर्डर पर चीनी सैनिकों ने अपनी हिरासत में ले लिया, अगले दिन जब उनकी तलाश में सीआरपीएफ की टीमें गई तो उन पर पहले से घात लगाकर बैठे चीनी सैनिकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सीआरपीएफ के जवानों ने भी उस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया लेकिन उस अचानक हुए हमले में सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए तथा अन्य जवान घायल हो गए, उसी दिन से उन वीर सीआरपीएफ जवानों की शहादत को याद करते हुए प्रत्येक वर्ष संपूर्ण भारतवर्ष में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है । आज हम उन सभी वीरों के बलिदान को याद करते हैं जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राणों की क़ुर्बानी दी थी। उन सभी साहसी और पराक्रमी वीरों को शत् शत् नमन।