एलडीए जोन 7 में अवैध निर्माण: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों की अनदेखी
अवैध निर्माण की बढ़ती समस्या
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कई कदम उठा रहे हैं, लेकिन लखनऊ के एलडीए जोन 7 में इन प्रयासों की अनदेखी हो रही है। इस क्षेत्र में अवैध निर्माण एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। खासकर, कोतवाली चौक के पास कोनेश्वर मंदिर पेट्रोल पंप के बगल से जाने वाली गली में चार से पांच मंजिला इमारत का निर्माण हो रहा है।
मृत्यु की वजह बनी इमारतें
यह वही इलाका है, जहां कुछ दिन पहले अवैध रूप से बनी इमारतें गिर चुकी हैं, जिससे जानमाल की हानि भी हुई थी। ऐसे में सवाल उठता है कि एलडीए जोन 7 की अधिकारी क्यों इन निर्माणों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जबकि इनकी अनियमितता स्पष्ट है।
निर्माण कार्यों पर चुप्पी
सूत्रों के अनुसार, बिल्डर की दबंगई के कारण अवैध निर्माण तेजी से हो रहे हैं और एलडीए अधिकारियों की चुप्पी से यह स्थिति और भी गंभीर हो गई है। ये आरोप लगाए जा रहे हैं कि निर्माण कार्यों में “मैनेजमेंट” के जरिए बिल्डर अपने तरीके से निर्माण कर रहे हैं, जबकि जिम्मेदार अधिकारी इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे।
क्या एलडीए करेगा कार्रवाई?
अब सवाल यह उठता है कि एलडीए जोन 7 के अधिकारी इस इमारत पर कोई सख्त कदम उठाएंगे या इन निर्माण कार्यों को ऐसे ही चलता रहने देंगे। कई बार खबरों के प्रकाश में आने के बाद भी एलडीए ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। अगर भविष्य में कोई अप्रिय घटना घटती है, तो जिम्मेदार कौन होगा?
संभावित खतरे और जिम्मेदारी
इन निर्माणों के कारण इलाके में खतरे का आकलन किया जा सकता है, खासकर यदि ऐसी किसी इमारत की कोई दीवार या छत गिर जाए, तो इसके परिणाम भयंकर हो सकते हैं। ऐसे निर्माण कार्यों पर तत्काल रोक लगानी चाहिए ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।