मोबाइल और पढ़ाई को एक साथ कैसे मैनेज करें- आलोक सतीश श्रीवास्तव

 Alok Satish Srivastava
Alok Satish Srivastava

एस•के•मेमोरियल फाउंडेशन ऑफ इंडिया के कार्यालय आयोजित मासिक बैठक को सम्बोधित करते हुए संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री आलोकसतीश श्रीवास्तव ने बच्चों को उनकी आगामी परीक्षाओं और नए सत्र की पढ़ाई हेतु सम्बोधित करते हुए “पढ़ाई और मोबाइल में सामंजस्य” को लेकर कहा कि “आज का हर इंसान अपनी लाइफ में सक्सेसफुल बनना चाहता है और इसके लिए वह रात दिन मन लगाकर पढ़ाई भी करता है आपने कुछ लोगो को देखा होगा जो पुरे दिन किताबों में खोये रहते है C.A, इंजीनियरिंग, डॉक्टर आदि की तैयारी कर रहे लोग दिन में 10-15 घंटे पढ़ाई करते है उनका पूरा टाइम कॉलेज, ट्यूशन और सेल्फ स्टडी में ही चला जाता है।
अक्सर हमारे माँ-बाप भी हमें कहते है की बेटे पढ़-लिख लो कैरियर बन जायेगा वरना जिंदगी भर युही भटकना पड़ेगा और दर दर ठोकरे खाने पड़ेगे और हर किसी के पास इतना पैसा नहीं होता है की वह खुद का बिज़नस स्टार्ट कर सके और अगर स्टार्ट कर भी दे तो पूरा रिस्क भी रहता है इसलिए लोग पढ़ाई को पर ज्यादा फोकस करते है ताकि नौकरी लग गई तो काम के पैसे मिलेंगे कम से कम रिस्क तो नहीं रहेगा।

लेकिन आजकल सबके पास एक यंत्र है मोबाइल, जिसने लोगों की नींद खराब कर रखी है हर कोई अच्छे से पढना चाहता है लेकिन मोबाइल के एडिक्शन की वजह से लोग पढ़ाई से दूर जा रहे है कुछ लोग तो पुरे दिन हाथ में मोबाइल लेकर बैठे रहते है सोशल मीडिया जैसे Facebook, Whatsapp, Instagram पर पुरे दिन लोगों से चैटिंग करेंगे, एक-दुसरे का स्टेटस देखेंगे, रील्स बनाएंगे।

कई कोशिशों के बाद भी मोबाइल हाथ से नहीं छूटता और अगर हाथ से मोबाइल नहीं छुटेगा तो पढ़ाई में भी मन नहीं लगेगा तो आज की इस पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसे ही उपाय बता रहे है जिससे आप पढ़ाई और मोबाइल को एक साथ मैनेज कर सकते है और अपनी पढ़ाई पर अच्छे से फोकस कर सकते है

स्टूडेंट पढ़ाई और मोबाइल को एक साथ कैसे मैनेज करें

1:- टाइम टेबल बनाये
सबसे पहले तो आप पढ़ाई का एक टाइम टेबल बनाये, कुछ लोगों को यह भी पता नहीं होता है की हमें दिन में कितनी देर तक पढना है और किस समय पढना है जब मन में आये तब किताब हाथ में ले लेते है और मन आये तब किताब से नाता तोड़ देते है इसलिए सबसे पहले आप पढने की एक समय-सारणी बनाये।

एक बात और अगर आपको पढने में ज्यादा रूचि नहीं है और अभी-अभी आपने पढने का मन बनाया है तो आप सबसे पहले कम ही पढ़े जैसे दिन में 1 या 2 घंटे ही पढे. जैसे-जैसे पढने में मन लगने लगे आप पढ़ाई का टाइम भी बढ़ा दे इससे फायदा यह होगा की आपका मन पढ़ाई में लगा रहेगा

आपके पास एक सही टाइम टेबल होगा तो आपको पता होगा की इस टाइम मुझे पढना है तो आप उस टाइम मोबाइल को हाथ नहीं लगायेंगे इसके अलावा टाइम के साथ आपको यह भी पता रहेगा की आपको कब-क्या पढना है. जब पढ़ाई में मन लगने लगेगा तब मोबाइल अपने आप ही आपसे दूर होता जायेगा, क्योंकि आपने पढ़ाई के लिए अलग से वक्त दे रखा होगा।

2:- ग्रुप स्टडी करें
जब भी हम दोस्तों के साथ होते है तो जेब से मोबाइल नहीं निकालते है, बस उनके साथ बैठकर मस्ती करते रहते है पढ़ाई में भी ऐसे ही करना है लेकिन मस्ती नहीं करना है ऐसे में आपको पता होता है की कौन-कौन से दोस्त पढ़ने मे रुचि रखते है उनके साथ ग्रुप बनाये और ग्रुप स्टडी करें।

इससे सबसे बड़ा फायदा यह है की आप बोर नहीं होंगे और समय का भी पता नहीं चलेगा की पढ़ाई करते करते आपको कितनी देर हो गई है. पढ़ाई के बीच-बीच में आप हंसी मजाक भी कर सकते है जिससे थोड़ा मनोरंजन भी हो जायेगा और आप अपनी प्रॉब्लमस भी दोस्तों के साथ शेयर कर पाएंगे और आपको जल्दी समझ में भी आएगा।

जब दोस्तों के साथ ग्रुप स्टडी करोगे तो मोबाइल की भी याद नहीं आएगी वैसे भी मोबाइल पर दोस्तों से बाते करते है तो बस दोस्त सामने ही बैठे है उनसे बाते कर लो और यही समझ लो की हमने थोड़ा वक्त मोबाइल पर बिता दिया और कुछ भी सोचने-समझने से हमारा दिमाग भी उन चीजों पर फोकस करने लगता है।

3:- सोच ले की मोबाइल कितना जरुरी है?
अपने दिमाग में यह बैठा दे की आपके लिए मोबाइल कितना जरुरी है क्यों जरुरी है क्या आप आप मोबाइल पर कुछ ख़ास काम करते है या सिर्फ दिन भर इधर-उधर की बातें ही करते है अगर आपको लगता है की में सिर्फ अपना टाइम बर्बाद कर रहा हु तो आप मोबाइल से दुरी बना ले और जब ज्यादा जरूरत हो तब ही उसका इस्तेमाल करें।

जैसे किसी को फ़ोन लगाना हो या किसी का फ़ोन आ गया या दिन में एक या दो बार मेसेज चेक कर लिए बस और अगर आपने इस तरह सोचना शुरू कर दिया तो अपने आप ही आपका मन मोबाइल से दूर जायेगा और पढ़ाई पर लग्न स्टार्ट हो जायेगा।

4:- परीक्षा में मोबाइल को बाय बाय बोल दे
जब आपके एग्जाम पास आ जाये तो आप अपने मोबाइल को बाय बोल दे और उस वक्त सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दे और जब एग्जाम खत्म हो जाए तो चला लेना मोबाइल और यह बात भी याद रखना चाहिए की एग्जाम साल में एक बार आते है लेकिन मोबाइल हमेसा आपके पास ही रहना है

5:- खुद पर नियंत्रण रखें
ऊपर हमने जो भी बाते बताया यह तभी सम्भव है जब आप खुद पर सेल्फ कण्ट्रोल रखे और अगर मुझे यह काम करना है तो करना है और नहीं करना है तो नहीं करना है अगर आपने सोच लिया की पढ़ाई जरुरी है तो ऐसे में आपका ध्यान अपने आप ही पढ़ाई पर जायेगा लेकिन अगर अपने मोबाइल के बारे में सोचा तो ध्यान भी उस और जायेगा इसलिए हमेसा अपने दिमाग को कण्ट्रोल में रखें और इसके लिए आप मेडिटेशन कर सकते है अपनी सोच को अपने करियर की और रखे ताकि आपको पता चल सके की आपके करियर के लिए क्या जरुरी है जब आपको यह पता चल जायेगा तब आप अपने आप ही मोबाइल और पढ़ाई के बीच बैलेंस करना सीख जाओगे।

समय रहते वक्त की कद्र कर ली तो बाद में वक्त हमेशा आपका रहेगा. एक बार सोचकर देखना की क्या वाकई मोबाइल आपके लिए जरुरी है आपको आपके सवालों का जवाब खुद ही मिल जायेगा और अपने आप आपका ध्यान पढ़ाई पर जाने लगेगा. हम यह नहीं कहते की मोबाइल छोड़ दो, लेकिन उसे पढ़ाई के बीच में मत आने दो।

इस दौरान संस्था के डायरेक्टर श्री बी•बी. लाल जी, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर हिमांशु जयसवाल जी, एवं अन्य सदस्य व अभिभावकगण मौजूद रहे।

 

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