अमृतसर: नवरात्रि का त्योहार समाप्त होने के साथ ही, अधिकांश लोग अपनी नियमित खानपान की दिनचर्या में लौट आते हैं। व्रत के दौरान जहां अन्न, प्याज, लहसुन और मसालों से परहेज किया जाता है, वहीं त्योहार खत्म होने के बाद अक्सर लोग अचानक भारी और तली-भुनी चीजें खाने लगते हैं, जिससे स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। आहार विशेषज्ञ मीनाक्षी शर्मा ने नवरात्रि के बाद स्वस्थ रहने के लिए सही खानपान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
उन्होंने बताया कि नवरात्रि व्रत के बाद एकदम से भारी भोजन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। व्रत के दौरान शरीर का पाचन तंत्र आराम की स्थिति में होता है और जब अचानक से तली-भुनी चीजों या मसालेदार भोजन का सेवन किया जाता है, तो इससे गैस, पेट दर्द, कॉन्स्टिपेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, व्रत खत्म होने के बाद पहले दिन हल्का और पचने में आसान भोजन लेना चाहिए।
सही खानपान के उपाय:
फाइबर युक्त जूस और नारियल पानी: पहले दिन सुबह फाइबर से भरपूर फलों का जूस या नारियल पानी का सेवन करना चाहिए। इसे धीरे-धीरे पिएं ताकि शरीर उसे सही तरीके से पचा सके।
हल्का भोजन: पहले एक-दो दिन हल्का भोजन लें। कम मसाले वाली सब्जियां, मूली, खीरा जैसे सलाद को आहार में शामिल करें। इससे पाचन आसान होता है और शरीर को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती।
भारी भोजन से बचें: व्रत समाप्त होते ही तली-भुनी चीजों या फास्ट फूड से परहेज करें। इससे पेट में भारीपन, गैस और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
योग और व्यायाम: आहार विशेषज्ञ ने सुझाव दिया कि व्रत के बाद योग का सहारा लिया जाए। वज्रासन जैसे आसनों से पाचन में सहायता मिलती है और शरीर स्वस्थ रहता है।
मधुमेह रोगियों के लिए सावधानियां: अगर किसी को मधुमेह है, तो मीठी और तली चीजों से दूरी बनाए रखें। इससे रक्त शर्करा के स्तर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
डायटीशियन मीनाक्षी शर्मा के अनुसार, व्रत के बाद सही खानपान और नियमित योग सेहतमंद जीवनशैली को बनाए रखने में मदद करता है। धीरे-धीरे शरीर को सामान्य खाने की आदतों में वापस लाना महत्वपूर्ण है ताकि पाचन तंत्र सुचारू रूप से काम कर सके।