केरल में तेजी से बढ़ रहे हेपेटाइटिस A के मरीज, 4 महीने में 2000 केस और 12 की मौत, यहां जानें हेपेटाइटिस A के लक्षण

नई दिल्ली। केरल पिछले कुछ सालों से हेपेटाइटिस A तेजी से बढ रहा है. बीते 4 महीनों में राज्य में 2 हजार से ज्यादा हेपेटाइटिस A के मामले सामने आए हैं, जबकि 12 लोगों की इससे मौत हो गई. अब केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने अधिकारियों को राज्य में हेपेटाइटिस-ए के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए जमीनी स्तर की कार्य योजना को मजबूत करने का निर्देश दिया है.

एक सरकारी बयान के अनुसार, मलप्पुरम के चलियार और पोथुकल्लू क्षेत्रों में हेपेटाइटिस से मौतें हुई हैं और इन क्षेत्रों में की गई रोकथाम और जागरूकता गतिविधियों का आकलन करके कार्य योजना तैयार की गई है. पोथुकल्लू में पीलिया नियंत्रण में था. नए मामले सामने आने के बाद, जिला चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में जिला प्रशासन और जन प्रतिनिधियों ने रोकथाम गतिविधियों को मजबूत करने के लिए चलियार और पोथुकल्लू में बैठकें कीं.

होटलों को उबला पानी परोसने का निर्देश
प्रभावित क्षेत्रों में सभी पेयजल स्रोतों को क्लोरीनयुक्त करने का निर्देश दिया गया है. सभी होटलों और रेस्तरां को केवल उबला हुआ पानी ही परोसने का निर्देश दिया गया है. हेपेटाइटिस A वायरस लीवर को प्रभावित करता है और दूषित भोजन और पानी या किसी संक्रामक व्यक्ति के सीधे संपर्क के माध्यम से फैलता है.

क्या हैं हेपेटाइटिस A के लक्षणों?
जिन लोगों को हेपेटाइटिस ए होता है उनमें दो से छह सप्ताह के बीच पीलिया होता है और धीरे-धीरे ठीक हो जाता है. इससे लीवर को स्थायी क्षति नहीं होती है. दुर्लभ मामलों में, हेपेटाइटिस A लिवर फेलियर और यहां तक ​​कि मौत का कारण बन सकता है. यह वृद्ध लोगों और पहले से किसी बीमारी से झूझ रहे लोगों को ज्यादा हो सकता है.

हेपेटाइटिस ए के लक्षणों में थकान, बुखार, पेट दर्द, मतली, उल्टी, दस्त, भूख न लगना, खुजली और पीलिया (आंखों, मूत्र, त्वचा और नाखूनों के सफेद भाग का पीला पड़ना) शामिल हैं. उपायों में उबला हुआ पानी पीना, खुले में शौच से बचना और खाने से पहले हाथ धोना आदि शामिल हैं.

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