हरियाणा की झांकी बनी आकर्षण का केंद्र, पीएम मोदी ने खिलाड़ियों का अभिवादन स्वीकार किया

नई दिल्ली/ऐलनाबाद। कर्तव्य पथ पर आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस परेड में हरियाणा की झांकी ने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और “स्पोर्ट्स पावर” के रूप में उभरते हरियाणा की गौरवशाली तस्वीर प्रस्तुत की। झांकी में खड़े पैरालंपिक खिलाड़ियों ने दर्शकों का ध्यान खींचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन खिलाड़ियों का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया।

झांकी में पद्मश्री से सम्मानित हरविंदर सिंह के साथ नितेश कुमार, अरुणा तंवर, और तरुण ढिल्लों जैसे खिलाड़ी शामिल थे। इनके दर्शन पर दर्शकों ने ‘जय हरियाणा’ के नारे लगाए। ये सभी खिलाड़ी युवाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत माने जाते हैं।

‘समृद्ध हरियाणा: विरासत और विकास’ थीम पर झांकी
हरियाणा की झांकी को सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग ने तैयार किया। इसमें राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और विकास को दर्शाया गया।

झांकी में श्रीमद्भगवद गीता का संदेश और भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया गया उपदेश प्रमुख आकर्षण रहा।
झांकी में किसान आईटी तकनीक का उपयोग करते हुए फसल का ब्यौरा भरते और उपज का भाव देखते नजर आए।
झांकी के अंतिम भाग में गुरुग्राम की गगनचुंबी इमारतों ने हरियाणा के औद्योगिक और तकनीकी विकास को प्रदर्शित किया।
हरियाणवी संस्कृति और नारी शक्ति की झलक
झांकी के साथ हरियाणवी पारंपरिक वेशभूषा में सजी नारी शक्ति ने हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के दौरान “हर की भूमि, जय-जय हरियाणा” गीत ने कर्तव्य पथ को गुंजायमान किया। गीत में हरियाणा की कृषि, नारी सम्मान, खेलों में उत्कृष्टता, और देश के प्रति समर्पण को उजागर किया गया।

लगातार चौथी बार हरियाणा की झांकी का चयन
यह गर्व की बात है कि हरियाणा की झांकी को लगातार चौथी बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया गया। पिछले वर्ष, “मेरा परिवार, मेरी पहचान” थीम पर हर परिवार का डेटा एकत्रित कर योजनाओं के लाभ को दर्शाया गया था।

गर्व और प्रेरणा का प्रतीक
झांकी ने हरियाणावासियों को गर्व का अहसास कराया और यह संदेश दिया कि हरियाणा न केवल सांस्कृतिक धरोहर का धनी है, बल्कि औद्योगिक निवेश और खेलों में भी अग्रणी है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.