Hartalika Teej 2024: यहां जानें सुहागिन महिलाओं के लिए हरतालिका तीज व्रत के नियम, भूलकर भी न करें यह काम
हिंदू धर्म में कई ऐसे व्रत आते हैं जो सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और दांपत्य जीवन में खुशहाली की कामना से रखती हैं। इन्हीं में से एक है भाद्रपद शुक्ल पक्ष में आने वाला हरतालिका तीज का व्रत। इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं और माता पार्वती का विधि-विधान से पूजन करती हैं। लेकिन इस दौरान सुहागिन महिलाओं को कुछ नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए।
दिन में सोना वर्जित
हरतालिका तीज के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और दिनभर भगवान शिव और माता पार्वती का स्मरण करती रहती हैं। इस व्रत के नियमों में से एक यह है कि इस दिन दिन में सोना वर्जित होता है। हरतालिका तीज के दौरान महिलाओं को दिन-रात भगवान का भजन और स्मरण करना चाहिए।
अन्न-जल नहीं करते ग्रहण
हरतालिका तीज का व्रत बहुत ही कठिन माना गया है। इस दिन महिलाएं भोजन के साथ-साथ फल और पानी का भी सेवन नहीं करती हैं। व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन यदि गलती से भी कोई जल ग्रहण कर लेता है तो उसे अगले जन्म में मछली का जन्म मिलता है।
भूलकर भी न करें क्रोध
व्रत के दिन महिलाओं को क्रोध और गुस्से से बचना चाहिए। माना जाता है कि व्रत के दिन गुस्सा होने से व्रत खंडित हो जाता है और उसका फल नहीं मिलता।
बीच में न छोड़ें व्रत
यह मान्यता है कि यदि कोई महिला हरतालिका तीज का व्रत शुरू करती है, तो उसे यह व्रत हर साल पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से करना चाहिए। यदि घर में सूतक भी हो तो भी व्रत करना अनिवार्य है, लेकिन इस स्थिति में पूजा घर की बजाय मंदिर में जाकर करनी चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं। खबरें जंक्शन इसकी पुष्टि नहीं करता।