तेहरान: हमास के पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिये की हत्या की खबर ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने पुष्टि की है कि हानिये की हत्या बुधवार रात को तेहरान में की गई।
रात 2 बजे की स्ट्राइक
IRGC के अनुसार, हानिये के घर को रात 2 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 4 बजे) निशाना बनाकर हमला किया गया। इस हमले में हमास के प्रमुख इस्माइल हानिये और उनके एक बॉडीगार्ड की मौत हो गई। हानिये तेहरान में ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पजशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए थे।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद हत्या
हानिये की हत्या का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो रहे थे। समारोह के दौरान “डेथ टू इजराइल” और “डेथ टू अमेरिका” के नारे भी लगाए गए थे। इसी नारेबाजी के कुछ घंटों बाद हानिये की हत्या हो गई।
लाल झंडा और संभावित जवाबी हमला
हानिये की हत्या के बाद ईरान के कोम में जामकरन मस्जिद के गुंबद पर लाल झंडा लगाया गया है। यह झंडा बदला लेने का प्रतीक माना जाता है और बढ़ते तनाव तथा इजराइल के खिलाफ संभावित जवाबी हमले का संकेत हो सकता है।
खामेनेई की बैठक
हानिये की हत्या के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। बैठक का उद्देश्य संभावित पलटवार की रणनीति तैयार करना है और स्थिति का गहराई से विश्लेषण करना है।
इस घटनाक्रम ने इजराइल और हमास के बीच युद्ध के हालात को और अधिक जटिल बना दिया है, और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव को उजागर किया है।