रामपुर: राजकीय रज़ा स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राचार्य प्रोफ़ेसर डॉ० जागृति मदान धींगड़ा के निर्देशन में, हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ० अरुण कुमार के समन्वयन और डॉ० राजेश कुमार के संयोजन में हिन्दी सप्ताह समारोह का उद्घाटन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य हिन्दी भाषा के अनुप्रयोग पर जागरूकता बढ़ाना था।
कार्यक्रम के दौरान ‘राजभाषा हिन्दी के अनुप्रयोग’ विषय पर एक संगोष्ठी और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें शाज़िया, नाज़िया, मो० दिलशाद, शुएब अली, मनीष यादव, अनिता, अनामिका, भूरा कुमार, और सान्या श्रीवास्तव समेत कई छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता में शुएब अली ने प्रथम, अनामिका ने द्वितीय और अनीता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। निर्णायक मंडल में डॉ० वन्दना शर्मा और डॉ० प्रशान्त द्विवेदी शामिल थे।
विशिष्ट वक्ता और संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर डॉ० कुसुम लता ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हिन्दी भाषा विभिन्न बोलियों का समन्वय है और इसका मानक रूप बनाए रखना आवश्यक है। डॉ० मुजाहिद अली ने भाषा, साहित्य और संस्कृति के बीच गहरे संबंध पर बल देते हुए कहा कि मातृभाषा का अध्ययन हमारे सांस्कृतिक सम्मान का प्रतीक है। वहीं, डॉ० विजय कुमार राय ने हिन्दी के ऐतिहासिक संदर्भों का उल्लेख करते हुए इसे स्वाधीनता संग्राम का महत्वपूर्ण माध्यम बताया।
इस अवसर पर डॉ० जहाँगीर अहमद, डॉ० मुदित सिंघल, डॉ० अमज़द खान, डॉ० माया भारती, डॉ० इरम नईम, और डॉ० आकांक्षा देवी समेत कई प्राध्यापक और छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समन्वय डॉ० अरुण कुमार, संयोजन और धन्यवाद ज्ञापन डॉ० राजेश कुमार द्वारा किया गया, जबकि संचालन हिन्दी विभाग के शोधार्थी देवेन्द्र कुमार ने किया।