रामपुर। राजकीय रज़ा स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रामपुर में 26 से 28 दिसंबर 2024 तक आयोजित तीन दिवसीय युवा महोत्सव “उमंग” का समापन 28 दिसंबर को हर्षोल्लास और भव्यता के साथ हुआ। इस महोत्सव का उद्देश्य विद्यार्थियों की सृजनात्मकता, प्रतिभा और मंचीय क्षमता को प्रोत्साहित करना था।
मुख्य अतिथियों ने किया महोत्सव का शुभारंभ
महोत्सव का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. जागृति मदान धींगड़ा के साथ मुख्य अतिथि संजीव कुमार सिंह (कुलसचिव/परीक्षा नियंत्रक, एमजेपी, रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली), विशिष्ट अतिथि डॉ. सै एजाज़ अली (सेवानिवृत्त क्षेत्राधिकारी, बरेली), और डॉ. माधुरी रस्तोगी (सेवानिवृत्त प्राचार्य) द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना से किया गया।
छात्रा तरुणा जोगेश ने सरस्वती वंदना और महाविद्यालय का कुलगीत प्रस्तुत किया। अतिथियों को स्मृति चिह्न, बुके और बैजेज प्रदान कर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि का संबोधन
मुख्य अतिथि संजीव कुमार सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा, “”यह महोत्सव विद्यार्थियों को मंच का भय दूर करने और उनकी नैसर्गिक प्रतिभा को निखारने का अद्भुत प्रयास है।”
प्राचार्य डॉ. जागृति मदान धींगड़ा ने विद्यार्थियों को अनुशासन और सृजनात्मकता के महत्व पर बल देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
प्रतियोगिताओं ने बढ़ाई महोत्सव की शोभा
महोत्सव में विभिन्न रंगारंग और रचनात्मक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें बुके प्रतियोगिता, सौंदर्यपूर्ण प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया।
फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता: विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक और आधुनिक परिधानों के प्रदर्शन से दर्शकों को आकर्षित किया।
एकल गायन: सुरमयी प्रस्तुतियों ने माहौल को मधुर बना दिया।
नुक्कड़ नाटक:
बीएड संकाय ने “सोशल मीडिया के दुष्परिणाम” पर शानदार प्रस्तुति देकर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
विज्ञान संकाय ने दूसरा और कला संकाय ने तीसरा स्थान हासिल किया।
समसामयिक विषयों जैसे “साइबर अरेस्ट” और “आत्मनिर्भर भारत” पर भी जोरदार प्रस्तुति दी गई।
विशेष उपस्थिति और योगदान
कार्यक्रम में आकाशवाणी के फरीद उल्ला खान, पुष्प इंस्टीट्यूट पीलीभीत के नजमुल इस्लाम सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
मंच संचालन का कार्य डा. अब्दुल लतीफ और डा. सैयद अरशद रिजवी ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डा. अब्दुल लतीफ द्वारा प्रस्तुत किया गया।
समापन पर छात्रों में उत्साह
महोत्सव के दौरान विद्यार्थियों ने रचनात्मकता, टीमवर्क और प्रतिस्पर्धात्मक भावना को दर्शाया। इस कार्यक्रम ने उनकी प्रतिभा को निखारने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भरता और सकारात्मक सोच के लिए प्रेरित किया।
“उमंग 2024-25″ महोत्सव ने न केवल छात्रों की प्रतिभा को मंच प्रदान किया, बल्कि सामाजिक जागरूकता और सांस्कृतिक मूल्यों को भी प्रोत्साहित किया। आयोजकों और छात्रों के अनुशासन ने इस महोत्सव को यादगार बना दिया।