वैज्ञानिक से लेकर किसान तक, PM मोदी ने किन महिलाओं को सौंपी सोशल मीडिया हैंडल की बागडोर
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पीएम मोदी का अनोखा कदम
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में ऐलान किया था कि इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर वह अपने सोशल मीडिया हैंडल की कमान देश की कुछ प्रेरणास्रोत महिलाओं को सौंपेंगे। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं के असाधारण कार्यों को पहचान दिलाना और समाज में उनकी उपलब्धियों को उजागर करना था।
इन महिलाओं को मिली सोशल मीडिया हैंडल की कमान
आर वैशाली (शतरंज खिलाड़ी)
शतरंज ग्रैंडमास्टर आर वैशाली ने कहा, “महिला दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया हैंडल को संचालित करना मेरे लिए गर्व की बात है।” वैशाली 6 साल की उम्र से शतरंज खेल रही हैं और उन्होंने 2023 में चेस ग्रैंडमास्टर का खिताब जीता था।
एलिना मिश्रा (परमाणु वैज्ञानिक, भाभा एटमिक रिसर्च सेंटर)
एलिना मिश्रा ने लिखा, “विज्ञान के क्षेत्र में काम करने का मेरा सपना तब पूरा हुआ जब मेरा चयन भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में हुआ।” उन्होंने परमाणु विज्ञान के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
शिल्पी सोनी (वैज्ञानिक, इसरो)
डीआरडीओ और इसरो में कार्यरत वैज्ञानिक शिल्पी सोनी ने कहा कि उन्होंने संचार और नेविगेशन मिशन के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा, “इसरो में सभी को समान अवसर उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे महिलाएं भी बड़े पदों तक पहुंच सकती हैं।”
अजैता शाह (सीईओ, फ्रंटियर मार्केट्स)
अजैता शाह ग्रामीण भारत में महिलाओं को सशक्त बना रही हैं। उन्होंने 35,000 महिलाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने का बीड़ा उठाया है और उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए हैं।
अनीता देवी (मशरूम लेडी ऑफ बिहार)
बिहार की अनीता देवी को “मशरूम लेडी ऑफ बिहार” कहा जाता है। उन्होंने माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी बनाई है और 100 से अधिक महिलाओं को मशरूम की खेती से रोजगार दिया है।
डॉ. अंजली अग्रवाल (संस्थापक, समर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी)
डॉ. अंजली अग्रवाल दिव्यांगों के लिए सार्वजनिक स्थलों और स्कूलों में सुविधाएं विकसित करने में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने दिव्यांगों के लिए अनुकूल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल
प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल को समाज में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाला कदम माना जा रहा है। इन महिलाओं की कहानियां ना सिर्फ प्रेरणादायक हैं, बल्कि देशभर की महिलाओं को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रोत्साहित भी करेंगी।