मीरापुर: सिंथेटिक रसगुल्ले बनाने वालों की खुली पोल, फैक्ट्री पर एसडीएम के नेतृत्व में खाद्य विभाग ने की छापेमारी

टीम ने सफेद व गुलाबी रसगुल्लों के सैम्पल भरें

मीरापुर। कस्बें में थाने के समीप एक मकान में चल रही रसगुल्ले बनाने की फैक्ट्री में सिंथेटिक रसगुल्ले बनने की शिकायत पर एसडीएम जानसठ व सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग के नेतृत्व में खाद्य विभाग की टीम ने पुलिस को साथ लेकर फैक्ट्री पर छापेमारी करते हुए भारी मात्रा में तैयार रसगुल्ले पकड़े तथा तैयार रसगुल्लों के नमूने लेकर जांच के लिए लैब भिजवाए।

मीरापुर कस्बें में थाने के समीप मौहल्ला पछाला निवासी नरेश उर्फ गुडडू पुत्र रतन सिंह के मकान में पिछले काफी समय से रसगुल्ले बनाने की फैक्ट्री चल रही थी इसके लिए गुडडू ने खाद्य सुरक्षा सुरक्षा विभाग में रजिस्ट्रेशन भी करा रखा है।गुरुवार को किसी व्यक्ति ने सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग डॉ० चमनलाल को सूचना दी कि मीरापुर के मोहल्ला पछाला में गुड्डू के मकान में सिंथेटिक रसगुल्ले बनाये जा रहे है जिसके बाद एसडीएम जानसठ रामेश्वर सुधाकर सव्वनवाड़ व सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग डॉ०चमनलाल तथा मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी विवेक कुमार व नायाब तहसीलदार अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में खाद्य विभाग की टीम ने भारी पुलिस फोर्स के साथ गुड्डू के मकान में छापेमारी की तो फैक्ट्री संचालक नरेश उर्फ गुडडू वहाँ नही मिला उसके पुत्र मौके पर मौजूद मिले।

टीम को वहाँ करीब डेढ़ कुंतल (10 तीन )सफेद व गुलाबी तैयार रसगुल्ले मिले जिसके बाद टीम ने मौके पर मिले दोनों प्रकार के सफेद व गुलाबी रसगुल्लों को कब्ज़े में ले लिया तथा टीम में शामिल खाद्य सुरक्षा अधिकारी राकेश कुमार,अशोक कुमार व अनिल कुमार ने मौके पर मिले सभी टीनों मे से दो प्रकार के रसगुल्लों व मौके पर मिले रंगों के नमूने लिए तथा उनमें से दो सैम्पल जांच के लिए लैब भेजे।इस दौरान मौके पर भारी भीड़ जमा रही।…..अधिकारी कहिन एक व्यक्ति द्वारा गुडडू के घर मे रसगुल्लों के बनाये जाने की सूचना मिली थी उसी के आधार पर छापेमारी की गई है।नमूने जांच को भेजे जा रहे है जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।..रामेश्वर एसडीएम जानसठ…..नकली व सिंथेटिक रसगुल्ले बनाने की शिकायत मिली थी उसी पर कार्यवाही की गई है रसगुल्ले बनाने वाले पर खाद्य सुरक्षा विभाग का रजिस्ट्रेशन मिला है।प्रथम दृष्टया रसगुल्ले सिंथेटिक या नकली प्रतीत नही हो रहे,नमूने लेकर जांच को भेजे जा रहे है उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

कम लागत में तैयार रसगुल्ले बाजार में अच्छी दुकानों पर बिकते है अच्छे दामों में
छोटे से मोहल्ले में तैयार होने वाले उक्त रसगुल्ले को बनाने में नाम मात्र लागत लगती है किंतु सस्ती लागत में तैयार करके इन रसगुल्लों को बाजारों में दुकानों पर सप्लाई किया जाता है जहाँ इनके दाम काफी अच्छे हो जाते है।

छापे की कार्यवाही के दौरान टीम ने जमकर खाये रसगुल्ले
मीरापुर में छापेमारी करने पहुँची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के साथ साथ पुलिस व एसडीएम के अर्दली ने यहाँ पर मिले रसगुल्लों का स्वाद चखा ,रसगुल्ले बनाने वाले परिवार के सदस्यों ने छापेमारी कर रही टीम के कई सदस्यों को रसगुल्ले खिलाये,टीम के सदस्यों को रसगुल्ले खाते देख लोग चुस्की लेते नज़र आये की टीम जांच करने आई है या रसगुल्ले खाने।

मीरापुर-मृतक रिटायर्ड दरोगा का पुत्र है संचालक
मीरापुर में जिस रसगुल्ला फेक्ट्री पर खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारा है उक्त फैक्ट्री के संचालक नरेश उर्फ गुडडू के पिता रतन सिंह पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर थे तथा रिटायरमेंट के बाद उनकी मृत्यु होने के बाद गुडडू ने यह कार्य शुरू किया था

प्रदेश में दसवें नम्बर पर है मुज़फ़्फ़रनगर फूड लाइसेंस के नाम पर
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा चमनलाल ने बताया कि फ़ूड लाइसेंस लेने के मामले में जनपद के प्रदेश में दसवां स्थान है।जनपद में उच्च श्रेणी के 2303 लाइसेंस है जबकि 9592 छोटे व्यापारियों ने खाद्य विभाग में रजिस्ट्रेशन करा रखें है।सरकार को खाद्य विभाग से बड़ा राजस्व जनपद मुज़फ़्फ़रनगर से प्राप्त होता है।

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