मानसरोवर ट्रस्ट में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस मनाया गया: मां साहिब जी ने साधकों को किया प्रेरित
ऐलनाबाद : 22 दिसंबर को ऐलनाबाद के तलवाड़ा रोड स्थित आध्यात्मिक केंद्र मानसरोवर ट्रस्ट में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर आध्यात्मिक गुरु मां साहिब जी ने ध्यान साधकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरे विश्व में पहली बार ‘विश्व ध्यान दिवस’ (World Meditation Day) मनाया जा रहा है। इस दिन को लेकर न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ‘वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए ध्यान’ कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।
ध्यान के महत्व पर प्रकाश डाला
मां साहिब जी ने ध्यान के महत्व पर बात करते हुए कहा कि इस तनावपूर्ण और उथल-पुथल भरी दुनिया में अपनी शुद्ध और अविनाशी आत्मा को पहचानना ही वास्तविक ध्यान अभ्यास है। उन्होंने बताया कि ध्यान स्वयं को जानने का एक साधन है और जब परिस्थितियां अनुकूल होती हैं, तब यह स्वाभाविक रूप से घटित होता है। ध्यान के माध्यम से एक व्यक्ति अपनी आध्यात्मिक यात्रा की पराकाष्ठा तक पहुंच सकता है और शांति, मानसिक शुद्धता और ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है।
विशेष ध्यान सत्र का आयोजन
इस अवसर पर मानसरोवर परिवार के सदस्यों के लिए एक विशेष ध्यान सत्र का आयोजन भी किया गया, जो दोपहर 4 बजे से शुरू हुआ। इस सत्र में मां साहिब जी ने ब्रह्मा नाद के माध्यम से ध्यान अभ्यास कराया। उन्होंने बताया कि यह ध्यान अभ्यास विशेष रूप से याददाश्त में कमी से ग्रस्त लोगों के लिए लाभकारी माना जाता है।
ध्यान की भूमिका पर जोर
सत्संग के माध्यम से आई हुई संगत को भी ध्यान के महत्व और इसकी आवश्यकता के बारे में प्रेरित किया गया। मां साहिब जी ने बताया कि आज के समय में ध्यान न केवल आध्यात्मिक जीवन के लिए, बल्कि भौतिक जीवन के लिए भी आवश्यक हो गया है।
संयुक्त राष्ट्र का आभार व्यक्त किया
मां साहिब जी ने 21 दिसंबर को ‘विश्व ध्यान दिवस’ के रूप में घोषित किए जाने पर संयुक्त राष्ट्र का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह हमारे लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है।