समस्तीपुर से विजय कुमार चौधरी की रिपोर्ट।
दीपावली के त्योहार में बस कुछ ही दिन शेष रह गये हैं। इससे शहर में कई चौक चौराहों पर बाजारों में पटाखे की दुकानें सज चुकी है। जहां आग से सुरक्षा के कोई बेहतर इंतजाम नहीं दिखता हैं। इसके बावजूद हादसों को रोकने और नियम के अनुसार पटाखों की बिक्री कराने के लिए प्रशासन भी सुस्त बना हुआ है जबकि नियम के विपरीत दुकानों पर ही पटाखों का स्टाक भी रखा जा रहा है जिससे हादसे हो सकते हैं। बताया जाता है कि दुकानों में केवल सैंपल होने चाहिए, स्टाक रिहाइशी इलाके से दूर होना चाहिए। कई पटाखे व्यापारी रिहाइशी इलाके से दूर गोदाम होना बताकर दुकान पर ही रिहाइशी इलाके में घरों में ही पटाखों का स्टाक रख रहे हैं। ऐसी ही लापरवाही के कारण पिछले वर्ष शहर के गोला रोड में बड़ी मस्जिद के सामने स्थित दो पटाखा दुकान में आग लगी थी। हालांकि समय रहते उस पर काबू पा लिया गया था। वरना भयंकर हादसा हो सकती थी। इधर प्रशासन की ओर से पटाखों की बिक्री को लेकर तय मानक का पालन नहीं कराया जा रहा है।
” बगैर लाइसेंस के पटाखा की बिक्री नहीं की जा सकती है। इसकी जांच की जा रही है। पटाखों की बिक्री को लेकर तय मानक का पालन हर हाल में सभी को करना है। अगर ऐसा नहीं होता है तो दोषी पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। ” – दिलीप कुमार, एसडीओ सदर