चलती कार से कूदे बाप-बेटी: बचाओ-बचाओ की आवाज सुन जुटी भीड़, भागे मनबढ़; युवती बोली- हमारी हत्या होने वाली थी

वाराणसी: कपसेठी थाना क्षेत्र के कालिका धाम चौराहे पर बुधवार की दोपहर एक अजीबोगरीब घटना सामने आई। बड़ागांव की तरफ से आ रही एक कार से अचानक एक युवती और अधेड़ व्यक्ति की “बचाओ, बचाओ” की आवाजें सुनकर लोग चौंक गए। सड़क पर बने ब्रेकर के पास जब दोनों ने यह आवाज लगाई, तो पास में ही खड़े लोग उनकी मदद के लिए दौड़े। घटनास्थल पर जुटी भीड़ ने देखा कि कार सवार युवती और अधेड़ को जबरन कार में घसीटने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन जैसे ही भीड़ इकट्ठी हुई, वे भाग खड़े हुए।

मकान में पेंटिंग कर रहे व्यक्ति की मदद

जब युवती और अधेड़ कार से कूदकर शोर मचाते हुए सड़क पर आए, उस समय एक व्यक्ति जो पास ही में एक मकान में पेंटिंग का कार्य कर रहा था, उसने यह देखा। वह व्यक्ति जौनपुर निवासी सुरेंद्र कुमार था। सुरेंद्र ने तत्काल दोनों को सड़क से उठाकर पुलिस को जानकारी दी और डायल 112 पर कॉल किया। उसकी मदद से दोनों को पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और घटना की जानकारी ली।

पुलिस थाने में युवती का बयान

पुलिस ने दोनों को थाने लाकर पूछताछ की। युवती ने बताया कि उसका नाम श्रेया मिश्रा है और उसके साथ जो अधेड़ व्यक्ति था, वह उसके पिता ऋग्वेद दुबे हैं। दोनों भोपापुर थाना (चोलापुर) के निवासी हैं। श्रेया ने बताया कि उसकी शादी पांच साल पहले अखिलेश मिश्रा से हुई थी, जो कि बूची मंगरी, थाना फूलपुर के निवासी हैं। दोनों का एक नौ माह का बच्चा भी है।

युवती ने आगे बताया कि उसके पति ने उसे मारपीट और प्रताड़ना की। उसने अपने पिता से इस बारे में शिकायत की थी, और उसके बाद उसके पिता उसे मायके लेने के लिए आए थे। लेकिन जब वे ससुराल पहुंचे तो वहां के लोग उसे विदाई देने के लिए तैयार नहीं थे। इसके बाद उसके पिता ने उसे मायके तक छोड़ने के लिए कार में बैठा लिया।

युवती का आरोप

युवती ने आरोप लगाया कि उसका पति और उसके परिवार वाले उसे पहले से प्रताड़ित कर रहे थे और अब उन्होंने उसे और उसके पिता को कार में बैठाकर सुनसान स्थान पर ले जाने का इरादा किया था। उसका कहना था कि इन लोगों का इरादा था कि वे उसे और उसके पिता को कहीं सुनसान स्थान पर ले जाकर उनकी हत्या कर देंगे और उनके शव को ठिकाने लगा देंगे। युवती ने यह भी बताया कि कार में उसे और उसके पिता को हत्या की धमकी भी दी जा रही थी।

ब्रेक पर कूदने का प्रयास

जब कार ब्रेकर पर धीमी हुई, तो यह अवसर देख कर युवती और उसके पिता ने कार से कूदने का फैसला किया। दोनों ने जैसे ही कूदने का प्रयास किया, उन्होंने जोर से “बचाओ, बचाओ” की आवाजें लगाईं, जिससे आसपास के लोग जाग गए और मदद के लिए दौड़े। यह शोर सुनकर कार में बैठे आरोपित भाग खड़े हुए, और इस घटना से बचाए गए दोनों ने अपनी जान बचाई।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस द्वारा मामले की पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद, कार्यवाहक थानाध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया कि युवती और उसके पिता ने चोलापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराने की बात की और थाने से चले गए। मामले की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

घटना के बाद इलाके में तरह-तरह की चर्चाएँ होने लगीं। स्थानीय लोग इस घटना को लेकर काफी चिंतित हैं और कई लोग इस बात को लेकर आश्चर्यचकित हैं कि कोई व्यक्ति इस हद तक जा सकता है कि वह अपने परिवार के किसी सदस्य की हत्या करने का इरादा कर सकता है। इस घटना ने यह भी जाहिर किया कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसा के मामलों को लेकर समाज को और सतर्क रहने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि सुरक्षा की दृष्टि से हमें अपने आस-पास के लोगों और खासकर महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही, पुलिस को भी समय पर कार्रवाई करने और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस घटना ने समाज में एक गंभीर सवाल खड़ा किया है कि क्या हम अपने परिवार और प्रियजनों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सजग हैं?

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