रामपुर। भारतीय किसान यूनियन (सुनील) के जिला अध्यक्ष एवं समाजसेवी लालता प्रसाद गंगवार ने केंद्र सरकार के बजट को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि यह बजट पूरी तरह से उद्योगपतियों के पक्ष में है, जबकि किसान और मजदूरों के लिए इसमें कुछ भी नहीं है।
किसानों को नहीं मिला कोई फायदा
गंगवार ने कहा कि इस बजट में किसानों की आमदनी बढ़ाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उनके अनुसार—
✅ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई।
✅ न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी गारंटी नहीं दी गई।
✅ किसानों का कर्ज माफ करने पर कोई योजना नहीं बनाई गई।
✅ कृषि यंत्रों पर कोई सब्सिडी नहीं दी गई।
✅ डीएपी और कृषि से जुड़ी दवाओं पर कोई छूट नहीं दी गई।
“सिर्फ आंकड़ों का खेल, किसानों की स्थिति जस की तस”
गंगवार ने बजट को आंकड़ों का खेल बताते हुए कहा कि इससे कृषि क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों को फायदा होगा, लेकिन किसानों की स्थिति में कोई सुधार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि एमएसपी की कानूनी गारंटी दे, किसानों का ऋण माफ करे और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए ठोस कदम उठाए।
📢 किसानों की मांगें पूरी नहीं होने पर आने वाले दिनों में आंदोलन की रणनीति पर विचार किया जाएगा। 🚜