अजरौंदा गांव में दीवार के पास मिले मृत नवजात शिशु के मामले में महिला को फरीदाबाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
सीसीटीवी फुटेज व गुप्त सूत्रों से प्राप्त सूचना के आधार पर मात्र 3 घंटे के अंदर ही महिला आरोपी की कर ली गई थी पहचान
फरीदाबाद- पुलिस उपायुक्त सैंट्रल जसलीन कौर के नेतृत्व में कार्य करते हुए थाना सैंट्रल की टीम ने एक आरोपी महिला को नवजात का शव फेंकने की सूचना मिलने के मात्र 03 घंटे के अंदर-अंदर ही पहचान करके काबू करने और नियमानुसार गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है, जिसने मृत पैदा हुए अपने नवजात शिशु को बोरी में बंद करके अजरौंदा गांव व ऑफिसर कॉलोनी की दीवार के पास फेंकने की वारदात को अंजाम दिया था।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि 02 मार्च 2024 को पुलिस टीम को गांव अंजरौंदा व ऑफिसर कॉलोनी की दीवार के पास एक बोरी में एक मृत नवजात शिशु का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिस पर थाना सैंट्रल में अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 318 भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया।पुलिस उपायुक्त सैंट्रल के संज्ञान में मामला आते ही आरोपी की पहचान कर जल्द गिरफ्तार करने के लिए थाना सैंट्रल व पुलिस चौकी सेक्टर-15 की तुरंत दो टीमें गठित की गई।
मामले की गंभीरता व संवेदनशीलता को देखते हुए गठित पुलिस टीमों ने आरोपी की पहचान करने के भरसक प्रयास शुरू कर दिए। टीम द्वारा स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई और सीसीटीवी फुटेज चैक किए गए। जिसके बाद पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कामयाबी हासिल करते हुए सूचना मिलने के मात्र 03 घंटे के अंदर-अंदर ही टीम आरोपी महिला की पहचान करने सफल हुई। महिला आरोपी की पहचान बिहार के पूर्णिया की रहने वाली एक महिला के तौर पर हुई। जो वर्तमान में अपने परिवार के साथ अजरौंदा के एक किराये के मकान में रह रही थी। जिसके बाद महिला को नियमानुसार मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।
महिला से पूछताछ करने पर जांच में खुलासा हुआ कि महिला के पास पहले से ही दो बच्चे थे। महिला ने 2 मार्च 2024 को एक मृत लड़के को जन्म दिया था। महिला ने मृत नवजात को विधि अनुसार दाह संस्कार करने की बजाय एक बोरी में बंद करके अवैध तरीके से अजरौंदा में दीवार के पास फेंक दिया था। आरोपी महिला को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।