Faridabad News: बाल संरक्षण इंचार्ज गृह ने नाबालिग को सुधार गृह के भीतर बेल्ट और पाइप से पीटा

बाल सुधार गृह में सजा काट रहे नाबालिग को इंचार्ज ने जातिसूचक और धार्मिक शब्द कहते हुए न केवल बेल्ट और पाइप से पीटा बल्कि उसको अन्य लड़को से पिटवाया। नाबालिग लड़ाई झगड़े के मामले में गिरफ्तार होकर बाल सुधार गृह में आया था। आयोग के निर्देश पर थाना एनआइटी में इंचार्ज और दो लड़कों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

फरीदाबाद। थाना एनआइटी में स्थित बाल सुधार गृह में सजा काट रहे नाबालिग को इंचार्ज ने जातिसूचक और धार्मिक शब्द कहते हुए न केवल बेल्ट और पाइप से पीटा, बल्कि उसको अन्य लड़को से पिटवाया। नाबालिग लड़ाई झगड़े के मामले में गिरफ्तार होकर बाल सुधार गृह में आया था।

सजा पूरी होने के बाद नाबालिग ने आपबीती अपने परिवार वालों को बताई। परिवार वालों ने मामले की शिकायत राज्य बाल संरक्षण आयोग पंचकूला में की। आयोग के निर्देश पर थाना एनआइटी में इंचार्ज और दो लड़कों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

मजिस्ट्रेट ने भेजा था बाल सुधार गृह
होडल के गांव सराय खटेला के रहने वाले इरशाद ने बताया के उनके भतीजे का गांव के किसी लड़के से आठ महीने पहले किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। झगड़े में दूसरे पक्ष ने थाने पर दवाब बनाकर उनके बेटे पर मुकदमा दर्ज करवा दिया। जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने भतीजे के नाबालिग होने के वजह से उसको बाल सुधार गृह फरीदाबाद भेज दिया।

वहां पर इंचार्ज मनोज शर्मा ने भतीजे के साथ जो दस्तावेज सुधार गृह प्रबंधन को भेजी गई उसमें लगाई गई धाराएं देखी। इसके बाद इंचार्ज ने उसको कमरे में जाकर बेल्ट और पाइप से पीटा। इस दौरान उसको काफी जातिसूचक शब्द भी कहे। इंचार्ज ने खुद पीटने के बाद दो अन्य लड़कों से भी भतीजे को पिटवाया।

तीन दिन बाद सुधार गृह में रहने के बाद उनके भतीजे को जमानत मिल गई। जब उसने घर आकर स्वजन को यह बात बताई। स्वजन के अनुसार पुलिस में इस मामले की शिकायत दी गई, लेकिन मामला दर्ज नहीं किया। इसके बाद उन्होंने राज्य बाल संरक्षण आयोग को अपनी शिकायत भेजी। उनके निर्देश पर इंचार्ज और दो अन्य लड़कों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

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